क्वाड समूह 2022 की बैठक (QUAD summit) का आयोजन जापान (Japan) के टोक्यो (Tokyo) में हुआ. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के राष्ट्राध्यकक्षों ने इस बैठक में हिस्सा लिया. आइए जानते हैं क्वाड से सम्बंधित सभी जरूरी बातें –

क्या है क्वाड (What is QUAD)? 

क्वाड एक राजनीतिक और सैन्य गुट है. इसका पूरा नाम क्वाडिलैटरल सिक्योरिटी डॉयलॉग है. यह समूह वर्ष 2007 में अस्तित्व में आया था. संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, भारत, आस्ट्रेलिया और जापान क्वाड समूह के सदस्य हैं.

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कैसे बना क्वाड समूह?

26 दिसम्बर, 2004 को हिन्द महासागर क्षेत्र में आयी सुनामी ने लगभग 16 देशों में ताबाही का भयानक मंज़र रचा था. भारत, इंडोनेशिया, जापान सहित तमाम देश इसकी जद में आये थे. इस सुनामी के बाद जापान, अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने आपदा के लिए राहत प्रयासों में सहयोग करने के लिए एक ग्रुप बनाया था. 

वर्ष 2007 में जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो अबे ने इस समूह को एक औपचारिक समूह बनाने का प्रस्ताव रखा. तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अमेरिका के उपराष्ट्रपति डिक चेनी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे के सहयोग से वर्ष 2007 में क्वाड समूह की शुरुआत हुई. 

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क्वाड समूह का उद्देश्य?

क्वाड समूह एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था स्थापित करना चाहता है. हिन्द प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते हुए प्रभाव पर काबू पाना क्वाड समूह का उद्देश्य है. भारत, अमेरिका, जापान आदि इसे महज चार देशों तक सीमित नहीं रखना चाहते, उनका उद्देश्य इस समूह का विस्तार करना है. 

क्वाड समूह से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें

चीन शुरुआत से ही क्वाड समूह का विरोध करता आया है. वर्ष 2021 में चीन ने क्वाड समूह पर एशिया के देशों के मध्य कलह भड़काने का आरोप लगाया था. क्वाड समूह में भारत एक मात्र ऐसा देश है जिसकी सीमाएं चीन के साथ लगती हैं. 

क्वाड समूह अमेरिका के हित में है क्योंकि चीन ही एकमात्र ऐसा देश है जो अमेरिका को चुनौती दे सकता है. पूर्वी एशिया में यदि शक्ति संतुलन डगमगाया तो अमेरिका का विश्व शक्ति बने रह पाना सम्भव नहीं होगा. 

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