अमेरिका के कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन में जंगल में लगी आग से लाखों लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है. पूरा ‘वेस्ट कोस्ट’ शनिवार को धुएं की चादर में लिपट गया. इस आपदा के चलते लाखों लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन में आग से मरने वालों की संख्या 31 हो गई है और मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है. सबसे ज्यादा मौत कैलिफोर्निया और ओरेगन में हुई हैं. ओरेगन के आपातकाल प्रबंधन निदेशक ने कहा कि और शव पाए जाने की आशंका है. राज्य के फायर मार्शल ने खुद को अचानक प्रशासनिक अवकाश पर भेजे जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है. धुएं के कारण घरों में रहने वाले लोग भी सुरक्षित नहीं हैं. ओरेगन के पास पांच लाख लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है.

वायु प्रदूषण का स्तर इतना ऊपर पहले कभी नहीं गया. लोगों ने धुएं को रोकने के लिए दरवाजों के नीचे तौलिए लगाए हैं. कुछ ने घरों में भी एन95 मास्क लगाया हुआ है. कैलिफोर्निया में आग लगने की 28 बड़ी घटनाओं ने 4,375 वर्ग मील क्षेत्र को जला दिया है, और 16,000 अग्निशामक यंत्र आग की लपटों को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. कैलिफोर्निया के अग्निशमन विभाग के सहायक उपनिदेशक डैनियल बेर्लेंट ने कहा कि वाशिंगटन राज्य में जंगल में भीषण आग लगी है. अगस्त के मध्य में जंगल में आग लगने से कैलिफोर्निया में 22 लोगों की मौत हो चुकी है. व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को कैलिफोर्निया जाएंगे.

राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन राज्य के गवर्नरों ने कहा है कि आग जलवायु परिवर्तन का परिणाम है.