राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission) ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के 53 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के लिए मतदान शनिवार को होगा. मतदान सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा. वोटों की गिनती दोपहर तीन बजे के बाद की जाएगी.

उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के 22 जिला पंचायत अध्यक्षों को मंगलवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया. इनमें से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 21 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि इटावा में समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की.

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जिला पंचायत अध्यक्ष विभिन्न जिलों की जिला पंचायतों के निर्वाचित सदस्यों में से चुने जाते हैं. राज्य में चार चरणों के पंचायत चुनाव मई में संपन्न हुए. पंचायत चुनाव बीजेपी के लिए झटका बताया जा रहा था, समाजवादी पार्टी का दावा था कि उसने जिला पंचायत सदस्य की ज्यादा सीटें जीती हैं. हालांकि बीजेपी के 21 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने जा चुके हैं. 

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कौन मतदान करता है? 

जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जिला पंचायत सदस्य ही मतदान करते हैं. जिला पंचायत सदस्य के लिए जनता वोट करती है. जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्यों के बीच से ही चुना जाता है. यूपी में 3051 पंचायत सदस्य हैं. ये 75 जिला पंचायत अध्यक्ष चुनते हैं. जहां सिर्फ एक प्रत्याशी पर्चा दाखिल करता है, वहां वह निर्विरोध जीता हुआ मान लिया जाता है. एक प्रत्याशी के समर्थन में अधिक जिला पंचायत सदस्यों को देख दूसरे प्रत्याशी पीछे हट जाते हैं.  

यूपी के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सामने समाजवादी पार्टी ही मुख्य विपक्षी के रूप में है. जिन 53 सीटों पर मतदान होना है, उसमें से 37 पर सिर्फ दो ही प्रत्याशी हैं. ज्यादातर सीटों पर सिर्फ बीजेपी और सपा के ही प्रत्याशी मैदान में हैं.  

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With PTI inputs