उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में लखीमपुर के आठ विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं. साल 2017 के चुनाव में लोगों ने आठों विधानसभा सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार को जीताया था. लेकिन इस बार यहां की जनता बीजेपी से कितना खुश है ये मतदान में फैसला हो जाएगा. लखीमपुर खिरी में हुई हिंसा को लेकर लोगों में काफी आक्रोश दिखा था. ऐसे में बीजेपी के लिए इस बार यहां की सीटें निकालना बिलकुल भी आसान नहीं है.

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वहीं, लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की साख भी दांव पर लगी है. क्योंकि वह खुद यहां के स्थानीय सांसद है. लेकिन उनके बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों के मौत का लगा दाग अभी तक धुल नहीं पाया है.

बता दें, तीन अक्‍टूबर को लखीमपुर हिंसा में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हुई थी. आरोप है केंद्रीय गृहराज्‍य मंत्री आशीष मिश्रा के बेटे अजय मिश्रा पर था.

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लखीमपुर खीरी की आठ विधानसभा सीटों में मोहम्‍मदी, गोला गोरखनाथ, कास्‍ता, लखीमपुर, श्रीनगर, निगहासन, धौरहरा और पलिया कलान शामिल हैं. यहां कुल 28,02, 835 वोटर हैं. 2017 के चुनाव में भाजपा ने लखीमपुर खीरी की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी. देखना ये है कि क्या जनता लखीमपुर खीरी कांड को लेकर बीजेपी कितना गुस्सा है. इस मामले ने पूरे सियासत को गरम कर दिया था. अब अजय मिश्रा टेनी की साख दांव पर लग चुकी है.

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