उत्तर प्रदेश में साल
2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिसको देखते हुए राजनीतिक दल चुनाव से जुड़ी
तैयारियों में जुट गए हैं. यूपी के पिछले विधानसभा के चुनावों की बाद करें तो यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने यूपी की सत्ता हासिल की थी. एक
प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने के बाद बीजेपी से योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद
की जिम्मेदारी दी थी. एक तरफ जहां बीजेपी अपनी कुर्सी को बचाने का प्रयास करेगी,
वहीं विपक्षी दल सत्ता में वापस आने की कोशिश करते नजर आएंगे. अब बात करते हैं
यूपी के आगरा जिले में आने वाले बाह विधानसभा क्षेत्र की.

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बीते चुनावों में
किसकी हुई थी जीत और किसे मिली थी हार

2017 के विधानसभा
चुनावों की बात करें तो बाह विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने कमल खिलाया था.
यहां से बीजेपी प्रत्याशी व भदावर परिवार की रानी पक्षालिका सिंह लगभग 23 हजार वोटों से चुनाव जीती थीं. रानी को कुल 80567 वोट प्राप्त हुए थे वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के मधुसूदन शर्मा को करीब
57427 वोट मिले थे. वहीं 2012 के विधानसभा के चुनावों में भदावर परिवार के ही,
राजा अरिदमन सिंह ने सपा की ओर से चुनाव लड़ते हुए उस समय के विधायक मधुसूदन
शर्मा को हराकर यह सीट अपने नाम की थी.

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बाह विधानसभा में
भदावर परिवार का दबदबा

बाह की विधानसभा पर
आज भी भदावर के शाही परिवार का दबदबा दिखाई देता है. एक समय तो ऐसा भी था जब भदावर
परिवार को वोट मांगने के लिए पैदल भी नहीं चलना पड़ता था वह बिना प्रचार के ही
चुनाव जीत जाते थे. जब समय धीरे-धीरे बदला तो भदावर राज परिवार ने भी अपनी राजनीति
में बदलाव किया. लेकिन आज भी कई बार देखा जाता है कि भदावर परिवार के सदस्य फिर वह राजा अरिदमन सिंह हो या फिर रानी पक्षालिका सिंह प्रचार के लिए तो निकलते हैं लेकिन
पैदल चलकर गली-मोहल्ले में जाकर जनता से वोट मांगते काफी कम ही नजर आते हैं.

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बाह विधानसभा सीट पर
मतदाता और जातिगत समीकरण

साल 2017 के आकड़ों
के अनुसार इस सीट पर कुल 3 लाख 18 हजार 66 मतदाता हैं, जिनमें से 1,76,999 पुरुष तो
1,41,548 महिलाएं है. अगर जातिगत समीकरणों की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा
ठाकुर और ब्राह्मण 80-80 हजार हैं और उनके बाद निषाद और जाटव 40-40 हजार हैं.   

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