कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच 6 दौर की बातचीत हो चुकी है. जिसमें कोई भी हल नहीं निकला लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने भरोसा दिलाया है कि इस बार कोई ना कोई हल जरूर निकलेगा. आज 7वें दौर की बातचीत दोपहर 2 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी, देखना ये है कि सरकार क्या नतीजा निकालती है क्योंकि किसानों की एक ही मांग है कि इन कानूनों को वापस ले लिया जाए.

ANI के मुताबिक, बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘बहुत से मुद्दों पर बात हो चुकी है. सरकार को समझना चाहिए कि किसानों ने यह आंदोलन बहुत मुश्किल से किया है और कानूनों को खत्म करने के अलावा कुछ नहीं चाहता है. सरकर को स्वमीनाथन की रिपोर्ट को लागू करना चाहिए और एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए.’

आज होने वाली बैठक से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर एक किसान ने कहा, ‘हम ऐसे खराब मौसम में अपने परिवार से दूर सड़कों पर बैठे हैं, हमें अगर कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. हम उम्मीद करते हैं कि सरकार सोमवार को हमारी मांगों को स्वीकार कर लेगी.’

बता दें, जनवरी की कड़कड़ाती सर्दी में किसानों का आंदोलन और भी तेज हो गया है. पिछले 39 दिनों से पंजाब, हरियाणा और उत्तर-प्रदेश से लगे दिल्ली के बॉर्डर पर भारी संख्या में किसानों का प्रदर्शन जारी है. सभी अपनी मांग पर डटे हैं जो कृषि विधेयक पर बने 3 कानूनों को निरस्त करवाना चाहते हैं. आज की बातचीत पर सभी किसानों को काफी उम्मीदें हैं.