प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और 36 नए मंत्रियों को परिषद में शामिल किया गया जबकि 7 मंत्रियों को प्रमोट किया गया. इन 43 में से 15 मंत्रियों को केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया गया है, जबकि 28 राज्य मंत्री के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि, कैबिनेट विस्तार से पहले सुशील मोदी, ललन सिंह, वरुण गांधी और प्रवीण निषाद को मोदी कैबिनेट में जगह मिलने की काफी चर्चा थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

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सुशील मोदी को नहीं मिली कैबिनेट में जगह

भाजपा ने सुशील मोदी को राज्यसभा सदस्य बनाकर बिहार से केंद्रीय राजनीति में लाई. तभी से ये उम्मीद लगाई जाने लगी कि केंद्र की मोदी सरकार में सुशील मोदी को अहम जिम्मेदारी दी जाएगी. हालांकि, सुशील मोदी ने कभी भी केंद्र में मंत्री बनने की इच्छा सार्वजनिक रूप से व्यक्त नहीं की. ऐसे में जब बिहार में मोदी कैबिनेट के विस्तार की बात सामने आई तो सुशील मोदी के मंत्री बनने की संभावना जताई गई, लेकिन पीएम मोदी की टीम को उनके लिए जगह नहीं मिली.

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ललन सिंह को नहीं मिली कैबिनेट में जगह

ललन सिंह को नीतीश कुमार का करीबी और जडीयू में आरसीपी सिंह के बराबर माना जाता है. उनका नाम जडीयू के रणनीतिकारों के रूप में भी आता है. इसके बावजूद मोदी कैबिनेट में जगह नहीं बना पाए.तो वही जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं. दरअसल, मोदी सरकार से जडीयू को सिर्फ एक कैबिनेट मंत्री की कुर्सी मिली है. जिस वजह से ललन सिंह की बजाए आरसीपी सिंह को मंत्री बनने की प्राथमिकता दी गई.

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वरुण गांधी को नहीं मिली कैबिनेट में जगह

मोदी कैबिनेट विस्तार में बुधवार को यूपी से सात मंत्रियों को शामिल किया गया है. इसमें रुहेलखंड से बीजेपी के राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा को भी राज्यमंत्री बनाया गया है. माना जा रहा है कि इसी के चलते वरुणा गांधी को शामिल नहीं किया गया है. वरुण गांधी तीसरी बार सांसद हैं. वो दो बार पीलीभीत और एक बार सुल्तानपुर सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं. बता दें कि 2014 से 2019 तक वरुण गांधी की मां मेनका गांधी मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री रहीं. 2019 में मोदी सरकार दोबारा से केंद्र में आई तो मेनका गांधी को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया और न ही वरुण गांधी को जगह मिली. अब इस बार भी कैबिनेट विस्तार के बाद वरुण गांधी को जगह नहीं मिली है. इतना ही नहीं वरुण गांधी को बीजेपी संगठन में खोई खास जगह नहीं दी गई है जबकि वह पहले पार्टी के महासचिव रह चुके हैं.

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प्रवीण निषाद को नहीं मिली कैबिनेट में जगह

पूर्वांचल की संत कबीरनगर सीट से केंद्र की मोदी सरकार में बीजेपी सांसद प्रवीण निषाद के मंत्री बनने की काफी चर्चा हुई. हाल ही में प्रवीण निषाद ने अपने पिता संजय निषाद के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. ऐसे में माना जा रहा था कि यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रवीण निषाद को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. प्रवीण निषाद को मंत्री न बनाने का दर्द संजय निषाद ने सुनाया. उन्होंने कहा कि अनुप्रिया पटेल मंत्री बन सकती हैं तो प्रवीण निषाद क्यों नहीं?

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