भक्तों के लिए केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट शुक्रवार को शुभ मुहूर्त के मुताबिक 6.25 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर के कपाट खोले गए. इस मौके पर 10 हजार श्रद्धालुओं के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) भी मौजूद रहे. मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया. कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से चार धाम यात्रा बाधित रही. ऐसे में श्रद्धालुओं में ये यात्रा शुरू होने को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है. पहले दिन दर्शनों के लिए 15 हजार से अधिक यात्री केदारनाथ धाम व यात्रा पड़ावों पर पहुंच चुके हैं.

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सुबह केदारनाथ के प्रधान पुजारी आवास से स्थानीय वाद्य यंत्रों और आर्मी बैंड के साथ बाबा केदार की डोली को मंदिर परिसर की तरफ लाई गई, जिसके बीच भगवान केदारनाथ के उद्घोषों के बीच मंदिर का कपाट खोल दिए गए. मंदिर के कपाट खुलते ही सम्पूर्ण केदारपुरी जय बाबा केदार के जयकारों से गुंजायमान हो उठी. 

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आपको जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले गुरुवार को ही केदारनाथ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था. साल 2022 में कोरोना महामारी के बाद से यहां भक्तों को दर्शन की इजाजत नहीं थी. प्रत्येक साल कपाट खुलते थे और बाबा की पूजा-आरती की जाती थी.

उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भी देश के कोने-कोने से श्रद्धालु चार धाम की यात्रा करने पहुंचेंगे. सरकार ने भक्तों की यात्रा को आसान बनाने के लिए कोरोना टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेशन की जांच को भी अनिवार्य नहीं किया है.

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चार धाम की यात्रा के लिए इस साल रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है, जो दो साल में पहली बार कोविड प्रतिबंधों के बिना हो रही है. पीटीआई समाचार एजेंसी के अनुसार, उत्तराखंड पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि 3 मई से 31 मई तक, यमुनोत्री के लिए 15,829, गंगोत्री के लिए 16,804, केदारनाथ के लिए 41,107 और बद्रीनाथ के लिए 29,488 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है.

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