भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को कहा कि किसानों से संबंधित जिन तीन विधेयकों को केंद्र सरकार संसद में लेकर आई है वे बहुत ही क्रांतिकारी हैं, जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले हैं और किसानों की तस्वीर बदलने वाले हैं और तीनों विधेयकों का कांग्रेस का विरोध उसके दोहरे चरित्र को उजागर करता है.

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मानसून सत्र में किसानों से संबंधित कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा से पारित हो गया.

नड्डा ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया कि ये तीनों विधेयक बहुत दूरदृष्टि रखते हैं और कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ाने में ये तीनों बिल बहुत महत्वपूर्ण और लाभकारी हैं तथा किसानों के उत्पाद का दाम बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ाने वाले साबित होंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘तीनों ही विधेयक किसानों को नई आजाद हवा देने का काम करेंगे. इसके बाद किसान को आजादी होगी अपना उत्पाद बेचने की. यह तीनों विधेयक बहुत ही क्रांतिकारी हैं और जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले हैं. इससे किसानों की तस्वीर बदलेगी, तकदीर बदलेगी, उनके हालात में मूलभूत परिवर्तन होगा. उत्पाद का उसका उचित मूल्य मिलेगा.’’

नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आज इन विधेयकों का विरोध कर रही है जबकि चुनावों में किसानों को लुभाने के लिए वह इसी प्रकार के वादों को अपने घोषणा पत्र का हिस्सा बनाती है.

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘विधेयकों को ले कर कांग्रेस का विरोध राजनीति के सिवाय कुछ नहीं. यह उसका दोहरा चेहरा है. हर चीज में इनका काम राजनीति करना है. कांग्रेस को सिवाय राजनीति के कुछ नहीं आता. मोदी सरकार इन विधेयकों के माध्यम से जो कर रही है, उसका वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया गया था.’’

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक का लोकसभा और राज्यसभा में विरोध कर रही है और किसानों को लुभाने के लिए इसे अपने घोषणा पत्र में डालती है.

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आज वह दुनिया को गुमराह कर रही है. झूठ बोल रही है. यह कांग्रेस की पॉलिटिक्स है.’’