Savitribai Phule Punyatithi 2023 : भारत के इतिहास में 10 मार्च एक महत्वपूर्ण तारीख मानी जाती है. इस दिन को समाज सुधारक, शिक्षाविद् और कवयित्री सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है. फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को वर्तमान महाराष्ट्र में स्थित नायगांव में हुआ था. सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं, जिन्होंने भारत और विशेषकर महाराष्ट्र में समाज सुधार आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई. अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई में फुले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने समाज में व्याप्त कई सामाजिक बुराइयों जैसे छुआछूत और बाल विवाह के खिलाफ भी आवाज उठाया. इस साल सावित्रीबाई फुले की 126वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है.
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महिलाओं के अधिकारों और समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिए किए उनके द्वारा किए गए काम को अभी भी याद किया जाता है. सावित्रीबाई फुले ने अपने पुरे जीवनकाल में 18 और स्कूल भी स्थापित किए. सावित्रीबाई फुले की 126वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आप इन महान विचारों को अपने लोगों के साथ शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सकते हैं.
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अपनी बेटी के विवाह से पहले उसे शिक्षित बनाओ,
ताकि वह आसानी से अच्छे-बुरे का फर्क कर सके.
पुण्यतिथि पर सादर नमन
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शिक्षा में अग्रणी,
ज्ञान की माता
ये है साक्षात सरस्वती,
देखो, यह एक महिला है
दुनिया में वास्तव में एक अनोखी चीज!
सावित्रीबाई फुले द्वारा
पुण्यतिथि पर सादर नमन
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तुम बकरी गाय को सहलाते हो,
नाग पंचमी पर नाग को दूध पिलाते हो,
लेकिन दलितों को तुम इंसान नहीं अछूत मानते हो.
पुण्यतिथि पर सादर नमन
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किसी समाज या देश की प्रगति तब तक असंभव हैं,
जब तक वहां की महिलाएं शिक्षित ना हों.
पुण्यतिथि पर सादर नमन
(फोटो साभार: Twitter @Surender_10K)
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इस धरती पर ब्राह्मणों ने खुद को स्वघोषित देवता बना लिया है.
पुण्यतिथि पर सादर नमन