घालय के गर्वनर सत्यपाल मलिक काफी समय से किसानों के समर्थन में अपनी बात कह रहे हैं. बीजेपी सरकार में मेघायल के गर्वनर बनें सत्यपाल मलिक कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पहले भी कर चुके हैं. उन्होंने सरकार को सलाह दी थी कि किसानों की बात माननी चाहिए. वहीं, अब सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है तो सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए बधाई दी है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि वह किसानों के MSP की मांग का समर्थन करते हैं और किसानों की सारी मांगे पूरी होनी चाहिए.

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सत्यपाल मलिक ने कहा, मैंने समाधान खोजने की दिशा में आगे बढ़ने और कृषि कानूनों को निरस्त कर एक बड़ा दिल दिखाने के लिए पीएम को बधाई दी है. यह एक अच्छा कदम है.

उन्होंने कहा, मैं किसानों से एमएसपी और अन्य मुद्दों के समाधान के लिए गठित समितियों पर आश्वासन प्राप्त करने और घर जाने का आग्रह करूंगा. मैं उन्हें सलाह दूंगा कि वे इसे (विरोध) अनावश्यक रूप से न बढ़ाएं. एमएसपी उनकी मूल मांग है और मैं इस मुद्दे पर उनके साथ हूं.

मलिक ने सरकार को सलाह देते हुए कहा, किसानों की सभी मांगें नहीं मानी गई हैं. एमएसपी उनकी मूल मांग है. सरकार को इस मांग को स्वीकार कर एक कमेटी बनानी चाहिए. अगर वे ऐसा करते हैं तो किसान अपना विरोध वापस ले लेंगे.

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वहीं, सत्यपाल मलिक ने अपने इस्तीफे को लेकर कहा है कि, मैं गर्वनर के पद से तुरंत हट जाउंगा. मुझे यहां बैठाने वाले अगर संकेत देंगे तो मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा.

आपको बता दें, सत्यपाल मलिक कुछ महीनों से किसान आंदोलन को लेकर मुखर है और किसानों का लगातार समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने किसानों की मौत को लेकर सरकार की नीतियों की भी आलोचना की थी. वहीं, कृषि कानून को लेकर भी सरकार को सलाह दी थी कि, इससे किसानों का भला नहीं होगा इसे वापस ले लेना चाहिए. अब सरकार के फैसले पर उन्होंने बधाई दी है.

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