Samrat Choudhary: बिहार की सियासत में साल 2024 के चुनाव से पहले हलचल मच गई है. मोदी की ताकत होते हुए भी बीजेपी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में 10 साल से बिहार में पटखनी खा रही है. नीतीश कुमार के सहारे BJP सत्ता में आई लेकिन दोनों ही बार नीतीश ने साथ छोड़ दिया. इसके बाद बीजेपी ने अब अपना मास्टर प्लान सेट करना शुरू कर दिया है. जिससे साल 2024 के आम चुनाव और इसके बाद विधानसभा चुनाव को साधा जा सके. बीजेपी ने संजय जायसवाल की छुट्टी करते हुए अब बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और कुशवाहा समाज के नेता सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बड़ा दांव खेला है.

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लालू यादव ने दिया था Samrat Choudhary को मंत्री पद

सम्राट चौधरी बिहार में काफी चर्चित नेता हैं. उनके पिता का नाम शकुनी चौधरी है जो बिहार की राजनीति में दिग्गज माने जाते थे. उनका नाम कुशवाहा समाज में शुमार है और अब उनके उत्तराधिकारी सम्राट चौधरी हैं. हालांकि, सम्राट चौधरी पहले आरजेडी में थे और लालू यादव ने ही उन्हें कम उम्र में मंत्री बनाया था जिस पर विवाद भी हुआ था.

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सम्राट ने बीजेपी में खूब ग्रोथ किया

लेकिन सम्राट चौधरी बीजेपी में आकर तेजी से ग्रोथ किया और विधायक, MLC, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पाने में सफल हुए हैं.

आपको बता दें, साल 2014 में जेडीयू-आरजेडी के गठबंधन ने बीजेपी को पटखनी दे दी थी. साल 2024 में एक बार फिर बीजेपी के सामने आरजेडी और नीतीश कुमार की चुनौती है. बीजेपी के मास्टर प्लान में सीधा-सीधा नीतीश कुमार के वोट बैंक में सेंधमारी है. अब इसी रणनीति के तहत सम्राट चौधरी को सामने खड़ा किया गया है.