रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) का पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है. राखी का त्योहार अपने साथ हजारों खुशियां लेकर आता है. इस दिन को भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को सेलिब्रेट (Celebrate) करने के लिए मनाया जाता है.

लेकिन जम्मू-कश्मीर में (Jammu and Kashmir) में इंटरनेशनल बॉर्डर (International Border) और लाइन ऑफ कंट्रोल (Line of Control) पर तैनात BSF (Border Security Force) यानि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों को रक्षा बंधन के पावन पर्व पर राखी कौन बांधता होगा? क्योंकि ये जवान अपनी बहनों से तो मिल नहीं पाते हैं.

यह भी पढ़ें: CWG 2022: मुरली श्रीशंकर ने लॉन्ग जंप में जीता ऐतिहासिक सिल्वर मेडल

आजतक न्यूज़ रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए उनकी बहनें प्रत्येक साल राखी भेजती हैं. हरेक आर्मी यूनिट (Army Unit) का एक पुजारी होता है, जो सभी धार्मिक कार्यक्रम को करवाता है. फिर उसके बाद भारतीय सेना के जवानों को राखी बांधी जाती है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सीमा पर तैनात जवानों को राखी कौन बांधता है?

यह भी पढ़ें: CWG 2022 medal tally: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की पदक तालिका, देखें भारत के मेडल

रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) पर स्थानीय लड़कियां भी आर्मी कैम्प आती हैं और सीमा पर तैनात जवानों की कलाई पर राखी बांधती हैं. कई अवसरों पर भारतीय सेना के जवान भी स्थानीय लड़कियों के पास खुद जाकर उनसे वो राखी बंधवाते हैं, जो राखी उनकी बहन उन्हें भेजती है.

यह भी पढ़ें: UP BEd 2022: इन कॉलेजों में मिलेगा एडमिशन, जानें काउंसलिंग की प्रक्रिया

जवानों को राखी जल्दी मिल जाती है

रक्षा बंधन के पर्व से पहले जवानों को उनकी बहनो के द्वारा भेजी गई राखी समय से पहले मिल जाए. इसके लिए पोस्टल सर्विस के साथ-साथ आर्मी की भी पोस्टल सर्विस बहुत स्पीड से काम करती है. जवानों को राखी पहुंचाने का प्रोसेस बहुत सरल होता है.

यदि आपका कोई भाई भारतीय सीमा या BSF में जवान है और उस तक रक्षा बंधन से पहले जल्द से जल्द राखी पहुंचाना है. तो इसके लिए एक लिफाफे में राखी रखना है और उस लिफाफे में सबसे ऊपर बड़े अक्षरों में ‘RAKHI FOR SOLDIERS’ लिखना होगा.

यह भी पढ़ें: किसान कम समय में धनिया की खेती से कमाएं अच्छा मुनाफा, जानें तरीका

फिर इसके बाद इस लिफाफे को C/O 56 APO या C/O 99 APO एड्रेस पर भेज दें. 99 APO पश्चिम बंगाल, पूर्व में सिक्किम और 7 राज्यों समेत सभी सैनिकों को कवर करता है. जबकि, 56 APO में उत्तर से पश्चिम और दक्षिण तक के जवान आते हैं.

आपकी राखी की चिट्ठी पोस्ट के द्वारा आर्मी पोस्ट तक पहुंचाई जाती है. फिर इसके बाद आर्मी पोस्ट इन राखियों के लिफाफों को जवानों तक पहुंचा देती है.