कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का दौरा करेंगी जहां वह 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के ‘अंतिम अरदास’ में हिस्सा लेंगी. किसानों की ‘अंतिम अरदास’ के लिए दूसरे राज्यों के लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है. 

किसी राजनीतिक नेता को मंच पर जगह नहीं मिलेगी: SKM 

जहां कांग्रेस ने कहा है कि उनकी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी, भारतीय किसान संघ के एक सदस्य ने कहा कि किसी भी राजनेता को घटना में मारे गए चार किसानों के लिए अंतिम प्रार्थना के दौरान किसान नेताओं के साथ मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. 

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तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के विरोध में हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. 

सामूहिक ‘अंतिम अरदास’ में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों के भाग लेने की उम्मीद है और राकेश टिकैत सहित किसान नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है.

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने पीटीआई को बताया, “कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ‘अंतिम अरदास’ में शामिल होने के लिए लखीमपुर खीरी जाएंगी.  उनके साथ यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू भी होंगे. पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के जाने की संभावना है. प्रियंका जी के साथ धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी, प्रमोद तिवारी, आराधना मिश्रा और दीपक सिंह होंगे.”

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हालांकि, बीकेयू-टिकैत जिले के उपाध्यक्ष बलकार सिंह ने कहा, “किसी भी राजनीतिक नेता को मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता मौजूद होंगे.” 

तीन अक्टूबर को कार्यकर्ताओं को ले जा रही एक महिंद्रा थार जीप ने चार किसानों को कथित तौर पर कुचल दिया था. ये घटना लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में हुई थी. बीजेपी कार्यकर्ताओं की तीन गाड़ियों का काफिला केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ‘टेनी’ के पैतृक गांव बनवीरपुर में आयोजित एक दंगल में जा रहा था. वारदात पर मौजूद लोगों का कहना है कि इनमें से एक गाड़ी में टेनी का बेटा आशीष मिश्रा ‘मोनू’ भी सवार था. 

अन्य मृतकों में बीजेपी के दो कार्यकर्ता और उनका ड्राइवर शामिल है. एक पत्रकार भी घटना में मारा गया. पत्रकार की हत्या का आरोप दोनों पक्ष एक दूसरे पर लगा रहे हैं. 

शनिवार देर रात 12 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया. किसान संघों ने कहा था कि अगर सरकार ने 11 अक्टूबर तक उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया तो वे मृत किसानों की राख के साथ लखीमपुर खीरी से ‘शहीद किसान यात्रा’ निकालेंगे. 

एसकेएम ने 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक देश भर में ‘रेल रोको’ और 26 अक्टूबर को लखनऊ में एक महापंचायत का आह्वान किया है.

किसान नेताओं ने पहले कहा था कि अजय मिश्र को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए और वैमनस्य फैलाने, हत्या और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए. लखीमपुर खीरी हिंसा में मंत्री के बेटे और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक (मुख्यालय) उपेंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है.

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