चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) दो दिनों से पटना में हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से उनकी संभावित मुलाकात अब तक नहीं हो पाई है.

प्रशांत किशोर के नीतीश कुमार से अब तक न मुलाकात करने से कई सवाल खड़े हुए हैं. बता दें कि नीतीश कुमार ने किशोर को जनता दल यूनाइटेड में अपने नंबर दो के रूप में राजनीति में लाया था. 

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प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक ट्वीट किया, जिससे अटकलों का नया दौर शुरू हो गया है. उन्होंने घोषणा की कि वह सुशासन के मार्ग को समझने के लिए “रियल मास्टर्स, द पीपल” के पास जाएंगे और वह बिहार से इसकी शुरुआत करेंगे. 

कांग्रेस के साथ दूसरी बार वार्ता विफल होने के कुछ दिनों बाद प्रशांत किशोर ने ये ट्वीट किया है. उनके इस पोस्ट से कई तरह की अटकलें लगाई जा सकती है. 

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार को रविवार को मिलना था. कथित तौर पर मुख्यमंत्री ने उनका इंतजार भी किया, लेकिन यह जानकर कि प्रशांत किशोर के आने की संभावना नहीं है, उन्होंने पटना में सड़कों का औचक निरीक्षण किया. राज्य मंत्री नितिन नवीन और अन्य अधिकारियों को अल्प सूचना पर बुलाया गया और पटना और उसके आसपास सड़कों और पुलों का निरीक्षण तीन घंटे तक चला.

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प्रशांत किशोर एक भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार और राजनीतिज्ञ हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान की कमान संभालने से लेकर 2017 में पंजाब में कांग्रेस सरकार बनवाने तक प्रशांत किशोर भारतीय राजनीती में एक चर्चित नाम रहे हैं. किशोर ने 2015 में बिहार में महागठबंधन के लिए चुनावी रणनीतिकार की जिम्मेदारी संभाली. इस चुनाव में भी वह सफल रहे और महागठबंधन ने चुनाव जीता. बता दें कि वर्तमान समय में किशोर की कंपनी, इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC Indian Political Action Committee) कई राज्यों में राजनीतिक पार्टियों के लिए रणनीतिकार के रूप में काम कर रही है. 

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