बिहार में बीजेपी और जेडीयू पहले से ही चुनाव की तैयारियों में जुटी है. इसके लिए पहले से ही वर्चुअल रैली कर लोगों से संपर्क किया जा रहा है. वहीं, चुनावी तैयारियों को लेकर सत्तापक्ष पर निशाना साधने वाली पार्टी आरजेडी भी अब चुनावी तैयारियों में जुट गई है. कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव 26 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाध्यक्षों समेत सभी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. जो चुनाव तैयारियों के लिए होगी.
हालांकि, आरजेडी का कहना है कि वह किसी तरह की रैली नहीं कर रहे हैं बल्कि कॉफ्रेंस के जरिए पार्टी के नेताओं को राहत कार्य करने के लिए दिशा-निर्देश दे रहे हैं.
आरजेडी की होनेवाली वर्चुअल मीटिंग को लेकर बिहार में सियासत ते हो गई है. अब जेडीयू ने तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल का कहना है कि, कल तक यही तेजू बाबा चुनाव के नाम पर दूसरों को नसीहत दिया करते थे और आज खुद वर्चुअल मीटिंग कर रहे हैं. मतलब हम करें तो आपत्ति और आप करें तो बहुत बढ़िया. थोड़ा इंतजार कीजिए 100 दिन बाद जनता आपका हिसाब कर देगी.
बीजेपी ने भी तेजस्वी पर जोरदार हमला बोला है, पार्टी के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल कहते हैं कि कल तक यही तेजस्वी हमपर आरोप लगाया करते थे और आज जब चुनाव का डर सताया तो लग गए तैयारियों में लेकिन जनता इन्हें इस बार क्लीन बोल्ड करने को तैयार खड़ी है.
आरजेडी की वर्चुअल मीटिंग को लेकर विरोधी जहां तेजस्वी पर हमला कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी पलटवार करते हुए कहती है कि हम विरोधियों की तरह वर्चुअल रैली करके करोड़ों रूपए नहीं बहा रहे हैं. बल्कि कोरोना के संकटकाल में नेता प्रतिपक्ष अपने पदाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ये दिशा निर्देश देना चाहते हैं कि कैसे पार्टी के नेता जरूरतमंद लोगों तक राहत पहुंचाए.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि विरोधी कितना भी चिल्लाते रहें यहां तेजस्वी एक्सप्रेस चल पड़ा है जिसे रोक पाना किसी के लिए भी संभव नहीं.