प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. इस संबोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है और अगले साल अगली मन की बात होगी. इसमें पीएम मोदी ने बहुत सारी बातें कीं लेकिन शुरुआत में कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ और इसका नाम आत्मनिर्भता है. इसके अलावा पीएम मोदी का यह संबोधन इन 10 बड़ी बातों पर निर्भर था.

मन की बात में पीएम मोदी ने कहीं ये 10 बड़ी बातें

  1. कोरोना के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए. देश में नया सामर्थ्य भी पैदा हुआ. अगर शब्दों में कहना है तो इस सामर्थ्य का नाम है आत्मनिर्भरता.
  2. हम दिन भर जो चीजें काम में लेते हैं उन सभी चीजों की विवेचना करें और ये देखें कि अनजाने में कौन-सी विदेश में बनी चीजों ने हमारे जीवन में प्रवेश कर लिया है. इनके भारत में बने विकल्पों का पता करें और ये तय करें कि हम आगे से भारत में बने उत्पादों का इस्तेमाल करेंगे.
  3. आप हर साल नए साल पर रिज़्योल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रिज़्योल्यूशन अपने ​देश के लिए भी जरूर लेना है.
  4. आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था. अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें. लेकिन हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया.
  5. वोकल फॉर लोकल ये आज घर-घर में गूंज रहा है ऐसे में अब यह सुनिश्चित करने का समय है कि हमारे उत्पाद विश्ववस्तरीय हों. जो भी ग्लोबल बेस्ट है, वो हम भारत में बनाकर दिखाएं. इसके लिए हमारे उद्यामी साथियों को आगे आना है. स्टार्टअप को भी आगे आना है.
  6. भारत में तेंदुओं की संख्या में, 2014 से 2018 के बीच, 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. तेदुओं की सबसे ज्यादा आबादी मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में है.
  7. पिछले कुछ सालों में, भारत में शेरों की आबादी बढ़ी है, बाघों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, साथ ही भारतीय वनक्षेत्र में भी इजाफा हुआ है.
  8. गीता की ही तरह, हमारी संस्कृति में जितना भी ज्ञान है सब जिज्ञासा से ही शुरू होता है. वेदांत का तो पहला मंत्र ही है ‘अथातो ब्रह्म जिज्ञासा’, अर्थात आओ हम ब्रह्म की जिज्ञासा करें. इसलिए तो हमारे यहां ब्रह्म के भी अन्वेषण की बात कही जाती है. जिज्ञासा की ताकत ही ऐसी है.
  9. कश्मीरी केसर वैश्विक स्तर पर एक ऐसे मसाले के रूप में प्रसिद्ध है, जिसके कई प्रकार के औषधीय गुण हैं. यह अत्यंत सुगन्धित होता है, इसका रंग गाढ़ा होता है और इसके धागे लंबे व मोटे होते हैं. जो इसकी औषधीय मूल्य को बढ़ाता है.
  10. कोरोना को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही अब भी बहुत घातक है. हमें कोरोना के विरुद्ध अपनी लड़ाई को मजबूती से जारी रखना है और इससे जीतना है. (इनपुट्स: ANI)