उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान हिंसा के घटनाएं हुईं.  15 से ज्यादा जिलों से गोलीबारी और मारपीट की खबरे सामने आईं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर प्रशासन की मदद से सपा उम्मीदवारों के जबरन नामांकन रद्द करवाने के आरोप लगाए हैं. वहीं, बिहार की जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने अखिलेश पर ही हमला बोल दिया है. 

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अखिलेश यादव ने कहा, “पंचायत के चुनावों में भाजपा पूरी तरह हार गई. उस हार का बदला लेने के लिए भाजपा ने अपने गुंडों को सड़कों पर छोड़ दिया और पूरा चुनाव लूट लिया. ज़िला पंचायत में जो कुछ किया उससे भी एक कदम आगे ब्लाक प्रमुख के चुनाव में निकल गए.”

पप्पू यादव ने बोला अखिलेश पर हमला 

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई हिंसा को लेकर पप्पू यादव ने अखिलेश यादव पर ताना मारते हुए कहा, “बाबू अखिलेश यादव जी, आप से न हो पाएगा, सड़क पर संघर्ष!इतनी बड़ी पार्टी, इतना संसाधन हो तो BJP वालों की गुंडई और ढोंगी के दुःशासन का होश ठिकाने लगा देता! एक बहन का बीच सड़क पर चीरहरण और आप आराम से बैठे हो! जेल से निकलता हूं, संघर्ष के लिए पार्टी आउटसोर्स कर दीजिएगा! फिर दिखाते हैं.” 

 हालांकि, पप्पू यादव के इस ट्वीट पर अखिलेश शांत नहीं बैठे और उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में पप्पू यादव को जवाब देते हुए कहा, “हां, हमसे ना हो पाएगा. लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है, यूपी में जल्द ही बदलाव की लहर चलेगी.”

समाजवादी पार्टी ने उस घटना का वीडियो भी शेयर किया है, जिसकी पप्पू यादव बात कर रहे हैं. बता दें कि ब्लॉक प्रमुख नामांकन के दौरान लखीमपुर खीरी में सपा उम्मीदवार की महिला प्रस्तावक की साड़ी खींचने की घटना सामने आयी है. 

उत्तर प्रदेश में 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया हुई. 10 जुलाई को कॉउंटिंग होगी और इसी दिन परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. यूपी की 825 क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं.

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