उत्तर प्रदेश राज्य में योगी सरकार ने प्रदेश के सभी मदरसों में राष्ट्रगान गायन को अनिवार्य कर दिया है. सरकार ने गुरुवार को इस कानून को लागू कर दिया है. जिसमें कहा गया है कि, राज्य के सभी मान्यता प्राप्त, सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त मदरसों में शिक्षकों और छात्रों द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रगान गाया जाएगा. इस नियम को लेकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है. उन्होंने सरकार से कहा है कि, हमें देशभक्ति का सर्टिफिकेट मत दें.

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असदुद्दीन ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, हम योगी आदित्यनाथ और भाजपा को बताते हैं कि देशभक्ति का सर्टिफिकेट आप हमें मत दीजिए. क्योंकि जब देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी तो उस वक्त संघ परिवार नहीं था.

ओवैसी ने कहा, 15 अगस्त और 26 जनवरी को सभी मदरसों में देशभक्ति की बातें की जाती हैं। मदरसों में देश से प्यार करने की बातें सिखाई जाती हैं. आप शक की नज़रों से उन्हें देखते हैं, इसलिए आप इस तरह के क़ानून बना रहे हैं.

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बता दें, 24 मार्च को हुई बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार राज्य भर के सभी मदरसों में प्रार्थना के समय राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया गया है.

शिक्षक संघ मदारिस अरब के महासचिव, दीवान साहब जमान खान ने कहा कि अब तक मदरसों में, आमतौर पर हमद (अल्लाह की स्तुति) और सलाम (मुहम्मद को सलाम) कक्षाएं शुरू होने से पहले पढ़ा जाता था. कुछ में राष्ट्रगान भी गाया गया, लेकिन यह अनिवार्य नहीं था. उन्होंने कहा, “अब इसे अनिवार्य कर दिया गया है.”

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राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने भी कहा था कि सरकार चाहती है कि मदरसा के छात्र “देशभक्ति से भरे” हों. वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में कुल 16,461 मदरसे हैं और उनमें से 560 को सरकारी अनुदान मिलता है.