नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित टिप्पणी (Nupur Sharma Statement) के लिए खुद पर दर्ज मुकदमें में अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से गुहार लगा रही है. नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. साथ ही उन्होंने देश भर में अपने खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों को एक साथ क्लब करने की मांग की है. बता दें, नूपुर शर्मा के खिलाफ महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कई मामले दर्ज हैं.

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नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगायी है कि, उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को उनकी टिप्पणियों के लिए लगातार धमकियां दी जा रही है. शीर्ष अदालत द्वारा उनकी टिप्पणियों की आलोचना करने के बाद उन्हें और मुश्किल झेलनी पड़ रही है. बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा की टिप्पणियों के लिए कहा था कि, उनकी इन कथनों से देश के सामाजिक सुरक्षा खतरे में पड़ गई है.

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जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला ने नूपुर शर्मा के टिप्पणी को गलत ठहराया था. उन्होंने कहा था कि, उनकी टिप्पणी से उदयपुर में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. मौजूदा समय में जो कुछ भी देश में हो रहा है उसकी जिम्मेदार नुपूर शर्मा हैं.

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वहीं, नूपुर शर्मा ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की थी, उसमें भी जान का डर बताया था. कोर्ट ने नूपुर शर्मा की जान को खतरा की दलील पर कहा था कि, इनको जान का खतरा है या ये समाज के लिए खतरा पैदा कर रही हैं. इनको अपने बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.