भारत में करीब एक महीने के भीतर कोरोना वायरस संक्रमण के 10 लाख मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या शनिवार को एक करोड़ पार कर गई जबकि संक्रमण से उबर चुके लोगों की कुल संख्या भी बढ़कर लगभग 95.50 लाख हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा कि सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख थी, जो 23 अगस्त को बढ़कर 30 लाख और पांच सितंबर को 40 से अधिक लाख हो गई.

आंकड़ों के अनुसार, 16 सितंबर को संक्रमितों की संख्या 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख से अधिक हो गई. शनिवार की सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, संक्रमितों की कुल संख्या 1,00,04,599 हो गई है. 24 घंटे के दौरान 347 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 1,45,136 हो गई है. कोविड-19 मृत्युदर में और गिरावट आने के बाद यह 1.45 प्रतिशत रह गई है. भारत में कोविड-19 का पहला मामला 323 दिन पहले 30 जनवरी को केरल में सामने आया था जबकि 10 मार्च को कर्नाटक में संक्रमण से पहली मौत हुई थी.

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद में महामारी विज्ञान एवं संचारी रोग विभाग की प्रमुख डॉक्टर समीरन पांडा से जब पूछा गया कि क्या भारत में सबसे बुरा दौर गुजर चुका है तो उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में महामारी से संबंधित आंकड़ों में कमी देखी जा रही है अन्य राज्यों में ये अस्थिर हैं. पांडा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”अधिकतर राज्यों ने प्रभावी ढंग से इस पर काबू पाया है जबकि कुछ को सतर्कता बरतने की जरूरत है. राज्यों के हालात एक दूसरे से अलग हैं.”

वहीं क्लीनिकल वैज्ञानिक गगनदीप कांग ने जब पूछा गया कि क्या कोविड-19 का दूसरा दौर बदतर हो सकता है तो उन्होंने कहा कि संक्रमण उस तरह नहीं फैलेगा जैसे पहले दौर में देखने को मिला था. साथ ही इस दौर की चरम अवस्था भी वैसी नहीं होगी. दुनियाभर के कोविड-19 से संबंधित आंकड़े उपलब्ध कराने वाले जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय (जेएचयू) के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके लोगों की संख्या के मामले में भारत पहले पायदान पर है. दूसरे स्थान पर ब्राजील है. जेएचयू के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका के बाद कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित देश भारत है. मृतकों के मामले में भारत, अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है.

आंकड़ों के अनुसार देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या फिलहाल 3,08,751 है, जो कुल संक्रमितों का 3.08 प्रतिशत है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, 19 दिसंबर तक कुल 16,00,90,514 नमूनों की जांच की जा चुकी है. इनमें 11,71,868 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई.

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