Delhi Excise Policy 2021-22, दिल्ली सरकार औपचारिक रूप से शराब के कारोबार से बाहर हो जाएगी क्योंकि उसके द्वारा संचालित लगभग 600 ठेके मंगलवार रात से बंद हो जाएंगे, जिससे वॉक-इन सुविधा वाली नई निजी दुकानों के लिए रास्ता बन जाएगा जो नई आबकारी नीति के तहत अगली सुबह परिचालन शुरू करेगी.

विभाग के सूत्रों ने आशंका व्यक्त की कि सरकार द्वारा संचालित शराब की दुकानें बंद होने से शहर में शराब की और कमी हो सकती है क्योंकि बुधवार से सभी 850 नए निजी ठेके एक बार में काम करना शुरू कर देंगे.

अधिकारियों ने कहा कि यह पहली बार होगा जब राष्ट्रीय राजधानी में सरकार द्वारा संचालित सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी, और कारोबार पूरी तरह से निजी खिलाड़ियों को हस्तांतरित कर दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: Purvanchal Expressway के बारे में सबकुछ जानें

दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत निजी तौर पर चलने वाली 260 दुकानों समेत सभी 850 शराब की दुकानें खुली निविदा के जरिए निजी फर्मों को दी गई हैं. निजी शराब की दुकानें 30 सितंबर को पहले ही बंद हो चुकी थीं, और जो सरकारी दुकानें डेढ़ महीने की संक्रमण अवधि में काम कर रही थीं वे मंगलवार की रात को अपना कारोबार समेट लेंगे. नए लाइसेंस धारक बुधवार (17 नवंबर) से शहर में शराब की खुदरा बिक्री शुरू करेंगे. 

नई आबकारी नीति के अनुसार, जिसे इस साल जुलाई में सार्वजनिक किया गया था, शहर भर के 32 क्षेत्रों में शराब की दुकानें स्थापित की जाएंगी, जहां लोग शॉपिंग मॉल की तरह चल सकेंगे और अपनी पसंद का ब्रांड चुन सकेंगे. 

नई व्यवस्था के तहत, सरकार खुदरा शराब के व्यापार से बाहर हो जाएगी, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में राज्य द्वारा संचालित दुकानों को बंद करने और निजी विक्रेताओं को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त होगा.

नई आबकारी नीति का उद्देश्य शहर के नुक्कड़ और कोनों में मौजूदा शराब की दुकानों को बदलकर, कम से कम 500 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले हुए शराब की दुकानों के साथ वॉक-इन सुविधा के साथ उपभोक्ता अनुभव में बदलाव लाना है.

नीति निर्धारित करती है कि नई शराब की दुकानों को एयर कंडीशनिंग और सीसीटीवी कैमरों से लैस करना होगा. इससे सड़कों और फुटपाथों पर लोगों की भीड़ के साथ ग्रील्ड दुकानों के माध्यम से शराब बेचने पर भी रोक लग जाएगी.

नई आबकारी नीति 2,500 वर्ग फुट के क्षेत्र में पांच सुपर-प्रीमियम खुदरा विक्रेता खोलने की अनुमति देती है. इन सुपर-प्रीमियम खुदरा विक्रेताओं पर शराब चखने की सुविधा भी विकसित की जाएगी.

यह भी पढ़ें: देश के इस शहर में सड़क किनारे मांसाहारी भोजन बेचने पर लगा प्रतिबंध

इन कारणों से नहीं मिलेगा पसंदीदा ब्रांड 

* नई शराब की दुकानें खुलने के बाद शराब और बीयर की पूरी वैरायटी नहीं मिल पाएगी, क्योंकि शराब और बीयर के देसी-विदेशी ब्रांड रजिस्टर्ड होने में डिले हो रहा है

17 नवंबर से नई शराब की दुकानें खुलने में कई तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं. अभी तक अधिकतर नई दुकानें तैयार नहीं हैं और जिनकी दुकानें तैयार भी हो गई हैं, उन्हें लाइसेंस मिलने में परेशानी आ रही है.

दिल्ली में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए 17 नवंबर तक निर्माण कार्यों पर रोक लगी हुई है और इस वजह से नई शराब की दुकानों के कंस्ट्रक्शन वर्क रोकने पड़े हैं. ऐसे में इन दुकानों को तैयार होने पर समय लगेगा. 

यह भी पढ़ें: ब्रेकफास्ट में करें इन दो चीजों का सेवन, पेट हो जाएगा अंदर, मिलेगी जबरदस्त ताकत