राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी (NCRB) ने 2021 में भारत (India) में सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु का आंकड़ा जारी किया है. इसके अलावा एनसीआरबी ने 2021 में भारत में हुई आत्महत्या (Suicide) का आंकड़ा भी जारी किया है. चलिए आपको दोनों के बारे में विस्तार से बताते हैं.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई की मानें तो 2021 में पूरे भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई. औसतन 426 दैनिक या हर घंटे में 18 जो कि अब तक किसी भी कैलेंडर वर्ष में दर्ज की गई सबसे अधिक मौत का आंकड़ा है. एनसीआरबी ने आत्महत्या के आंकड़े के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत में 2021 में 1.64 लाख से ज्यादा आत्महत्याएं दर्ज की गई है जो एक कैलेंडर वर्ष में अब तक की सबसे अधिक हैं.

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कुछ दिन पहले एनसीआरबी ने कई अन्य आंकड़े देश के सामने रखे थे. एनसीआरबी ने बीते दिनों देशभर में हुए अपराध के आंकड़े जारी किए थे. इसके मुताबिक 2021 में अपराधिक घटनाओं में 7.6 प्रतिशत की कमी आई है. हालांकि हत्या, अपहरण, महिलाओं, बच्चों के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी हुई है. एससी-एसटी के खिलाफ भी अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

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2021 में हुई रोजाना 80 से अधिक हत्याएं

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में कुल 29,272 हत्याएं हुई. यानी हर रोज देश में 80 से अधिक हत्याएं दर्ज हुई. 2020 के मुकाबले हत्या के मामलों में 0.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. राज्यों के लिहाज से बात करें तो सबसे ज्यादा हत्या के मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश में 2021 में कुल 3,717 हत्याएं हुई. हालांकि 2020 के मुकाबले उत्तर प्रदेश में हत्या के मामलों में करीब 1.6 प्रतिशत की कमी आई है. इसके बाद बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा हत्याएं हुई.

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महिलाओं के खिलाफ 15.3 प्रतिशत बढ़े अपराध के मामले

साल 2021 में देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,28,278 मामले दर्ज किए गए. अगर 2020 से तुलना करें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 15.3 प्रतिशत बढ़े हैं. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में सबसे ज्यादा 31.8 प्रतिशत मामले पति या रिश्तेदार की क्रूरता के थे.

राज्यों की बात करें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा 56,083 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए. अगर 2020 से तुलना करें तो राज्य में इस तरह के अपराध में 13.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. उत्तर प्रदेश के बाद महिला अपराध के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दर्ज हुए.

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अगर अलग-अलग तरह के अपराध की बात करें तो आर्थिक अपराध के मामले पिछले साल से 19.4 प्रतिशत बढ़े हैं. वहीं, साइबर क्राइम में भी 5.9 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. मानव तस्करी के मामलों में 27.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है तो बच्चों के लापता होने के मामलों में 30.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.