जम्मू-कश्मीर के नए परिसीमन को लेकर परिसीमन आयोग ने रिपोर्ट को अधिसूचित कर दिया है. वहीं, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर पर परिसीमन आयोग की रिपोर्ट को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि यह आयोग ‘बीजेपी की विस्तार इकाई बन गया’ है.

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महबूबा ने अनंतनाग में एक समारोह में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘किस परिसीमन की बात कर रहे हैं आप? उस परिसीमन आयोग की, जो भाजपा की विस्तार इकाई बन गया है? उसने जनसंख्या के बुनियादी मानदंड की अनदेखी की है और उनकी इच्छाओं के विपरीत क्षेत्रों को जोड़ा या घटाया है. हम इसे खारिज करते हैं, हमें इसमें कोई भरोसा नहीं है.’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता के अधिकार कम करने के लिए आयोग का गठन किया गया है.

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उन्होंने कहा, ‘‘परिसीमन आयोग उसी सोच का हिस्सा है जिसके तहत अनुच्छेद 370 का प्रावधान समाप्त किया गया. उद्देश्य जम्मू कश्मीर की जनता के अधिकारों को कम करना और उन्हें कमजोर करना है. यह जनता के अधिकार कम करने का एक और तरीका है.’’

चुनाव में पीडीपी की भागीदारी संबंधी प्रश्न पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कौन से चुनाव? चुनाव की कोई संभावना नजर नहीं आती. हमें कुछ नहीं पता.’’

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महबूबा मुफ्ती ने ये भी कहा कि आज देश में 1947 जैसे हालात धीरे-धीरे बनते जा रहे हैं. यह काफी खतरनाक है. यह सभी धर्मों के लिए एस समान देश है. इसकी सुदरता इसी भाईचारे में हैं. अगर बीजेपी अपने एजेंडे के अनुसार चलाती है न कि संविधान के अनुसार तो आनेवाले समय में कोई भी सुरक्षित नहीं होगा.