दिग्गज संतूर वादक और संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा (Pt Shivkumar Sharma) का आज सुबह मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे. 84 वर्षीय शर्मा बीते 6 महीनों से किडनी से जुड़ी समस्या से पीड़ित थे.

भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक पंडित शिवकुमार शर्मा अगले सप्ताह भोपाल में प्रस्तुति देने वाले थे. प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने बताया कि वह गुर्दे की बीमारियों से भी पीड़ित थे.

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पारिवारिक सूत्र ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, “सुबह करीब नौ बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा. वह अभी एक्टिव थे और अगले सप्ताह भोपाल में प्रदर्शन करने वाले थे. वह नियमित रूप से डायलिसिस पर थे, लेकिन फिर भी एक्टिव थे.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक दुनिया निर्धन हो गई है. उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया. उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा. मुझे उनके साथ अपनी बातचीत अच्छी तरह से याद है. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. शांति.”

पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्मानित शिवकुमार शर्मा का जन्म 1938 में जम्मू में हुआ था और माना जाता है कि वे पहले संगीतकार थे जिन्होंने जम्मू और कश्मीर के लोक वाद्ययंत्र संतूर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत बजाया था.

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प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी शिव-हरि के रूप में उन्होंने बांसुरी के दिग्गज पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ मिलकर “सिलसिला”, “लम्हे” और “चांदनी” जैसी फिल्मों के लिए  संगीत तैयार किया है. शिवकुमार शर्मा के बेटे राहुल शर्मा भी संतूर वादक हैं. 

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