कारगिल में हुई 1999 की जंग
को 22 साल पूरे हो गए हैं. इस साल कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ है. भारतीय सेना ने इस जंग को ऑपरेशन विजय चलाकर जीता था. हमारे
वीर जवानों के अदम्य साहस और वीरता से हमने इस जंग में जीत हासिल की थी. इस युद्ध
के दौरान हमारे बहुत से वीर जवान शहीद हो गए थे. लेकिन जो उन्होंने ठाना था वह कर
कि दिखाया था और इस कारगिल युद्ध को जीतकर तिरंगा लहराकर प्रत्येक भारतीय को
गौरवान्वित महसूस कराया था. तब से ही कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को 1999 के
कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के रूप में मनाया जाता है. कारगिल
विजय दिवस भारतीय सेना के सैनिकों के बलिदान के सम्मान में मनाया जाता है.
कारगिल युद्ध में हमारे वीर जवानों के शौर्य के किस्सों को सुनने के बाद हर भारतीय
का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है.

यह भी पढ़ें:कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की कहानी है फिल्म ‘Shershaah’

कारगिल युद्ध की असल वजह

कारगिल लद्दाख की एक तहसील थी. 1947-1948 के
भारत-पाकिस्तान युद्ध का समापन नियंत्रण रेखा के साथ लद्दाख जिले को विभाजित करने
के साथ हुआ और स्कर्दू तहसील पाकिस्तान का हिस्सा बन गई. 1971
में फिर से युद्ध करने वाले दोनों देशों ने बाद में सीमा के संबंध में सशस्त्र
संघर्ष में शामिल नहीं होने का वादा करते हुए शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किए. हालाँकि, दोनों देशों में अभी भी सैन्य बलों से
जुड़े कुछ प्रत्यक्ष सशस्त्र संघर्ष थे, क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों ने सैन्य
चौकियों की स्थापना करके सियाचिन ग्लेशियर को नियंत्रित करने के प्रयास किए. वहीं 1990
के दशक की अगर बात करें तो इस  दौरान कश्मीर
में अलगाववादी गतिविधियों के कारण तनाव काफी बढ़ गया था. जिनमें से कुछ कथित तौर पर पाकिस्तान
द्वारा समर्थित थे. दोनों देशों ने संघर्ष का शांतिपूर्ण द्विपक्षीय समाधान प्रदान
करने के लिए फरवरी 1999 में लाहौर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे.

यह भी पढ़े: Kargil Vijay Diwas: कारगिल के वीरों पर आधारित ये हैं 5 बॉलीवुड फिल्में

पाकिस्तान के नापाक इरादों को हमारे वीर जवानों
ने किया था असफल

पाकिस्तान की हमेशा से ही आदत रही है कि वह
पीठ पीछे वार करता आया है. क्योंकि उसे हमेशा से ही पता था कि भारत से वह कभी जीत
नहीं पाएगा. इसलिए वह हमेशा छल का सहारा लेता आया है. जिसके चलते पाकिस्तानी
सशस्त्र बल गुप्त रूप से पाकिस्तानी सैनिकों और अर्धसैनिक बलों को प्रशिक्षण दे
रहा था और कुछ आतंकवादी संगठनों का साथ लेकर उन्हें भारतीय क्षेत्र में भेज रहा था. जिसके चलते  भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ.  जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ. तब से हर साल कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु मनाया जाने लगा.