उत्तर प्रदेश पुलिस ने फिल्म डायरेक्टर लीना मणिमेकलई (Leena Manimekalai) के खिलाफ उनकी नई डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के एक पोस्टर को ट्वीट करके जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहात करने को लेकर एक  प्राथमिकी दर्ज की है. फिल्म के पोस्टर में देवी के रूप में एक महिला को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. इस मामले में दिल्ली में भी FIR दर्ज की गई है. 

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4 जुलाई को हजरतगंज पुलिस स्टेशन में आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और फिल्म निर्माता के खिलाफ शांति भंग करने के इरादे के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120-बी, 153-बी, 295, 295-ए, 298, 504, 505 (1) (बी), 505 (2), 66 और 67 के तहत दर्ज की गई है.

दिल्ली पुलिस ने भी दर्ज किया मामला

इसी मामले में दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई ने IPC की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. इससे पहले दिल्ली के एक वकील विनीत जिंदल ने विवादास्पद पोस्टर को लेकर फिल्म निर्माता के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी, जिसमें आपत्तिजनक फोटो और कनाडा के टोरंटो में आगा खान संग्रहालय में प्रदर्शित डॉक्यूमेंट्री की क्लिप पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी. 

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जिंदल के अनुसार, पोस्टर में देवी काली के वेश में एक महिला सिगरेट पी रही है, जो “हिंदू समुदाय की भावनाओं और विश्वासों को आहत कर रही है.” गौ महासभा सदस्य अजय गौतम ने भी लीना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. मदुरै में जन्मी फिल्म निर्माता ने सोशल मीडिया पर अपनी डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर को साझा किया था, इसमें एक महिला को देवी की वेशभूषा पहने और सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. बैकग्राउंड में LGBT समुदाय का झंडा भी दिखाई दे रहा है.

देवी काली के इस पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर हंगामा हुआ. पोस्टर की आलोचना के बाद लीना ने ट्विटर पर अपना बचाव किया और लोगों से नफरत की जगह प्यार चुनने का आग्रह किया.