पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है. लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक पर झंडोत्तोलन किया. वहीं, ये मौका नरेंद्र मोदी को 8वीं बार मिला है. इसके साथ ही उन्होंने 8वीं बार लाल किले के प्राचीर से संबोधन किया. हालांकि देश के कई प्रधानमंत्रियों को इससे अधिक बार लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया है.

नरेंद्र मोदी से अधिक बार भाषण देने वाले प्रधानमंत्रियों में जवाहर लाल नेहरू का नाम शामिल है जिन्होंने 17 बार देश को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संबोधित किया है. वहीं, इंदिरा गांधी ने 16 बार और डॉ मनमोहन सिंह ने 10 बार ये मौका मिला है.

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देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है. लाल किला पहुंचने से पहले पीएम मोदी राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर फूलमाला अर्पित की.

इसके बाद प्रधानमंत्री लाल किले पर पहुंचे और वहां ध्वजारोहण किया.. धवजारोहण के वक्त 21 तोपों की सलामी भी दी गई. थलसेना की 2233 फील्ड बैटरी (सेरिमोनियल) इन तोपों की सलामी दी.

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धवजारोहण के वक्त थलसेना, वायुसेना, नौसेना और दिल्ली पुलिस की अलग-अलग टुकड़ियों ने राष्ट्र-सैल्यूट दिया. ध्वजारोहण के तुरंत बाद भारतीय वायु‌सेना के दो मी-17 हेलीकॉप्टर ‘अमृोत फॉरमेशन में’ फूलों की बौछार की. ऐसा पहली बार हुआ.

लाल क़िले की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बल जैसे बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ आदि के साथ साथ एनएसजी कमांडो और एसपीजी के जवान भी तैनात हैं. लाल किला के आसपास मचान भी बनाई गई हैं, जहां पर स्नाइपर्स तैनात हैं. ऊंची इमारतों पर भी स्नाइपर्स को तैनात किया गया है. इस बार चांदनी चौक मेन रोड पर स्थित इमारतों में रहने वाले लोगों को समारोह के दौरान छतों पर आने की मनाही है. किसी भी तरह के एयर बैलून, ड्रोन आदि को उड़ाने की मनाही है. सुबह जब तक राष्ट्रीय समारोह चलेगा तब तक पतंग उड़ाने की भी मनाई है.

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