भारत के राष्ट्रपति, देश गणराज्य के कार्यपालक अध्यक्ष होते हैं. देश संविधान (Constitution) के मुताबिक ही चलता है और इस देश के संवैधानिक मुखिया राष्ट्रपति (President) होते हैं. देश में राष्ट्रपति के बिना किसी भी कानून को मंजूरी नहीं मिलती है. राष्ट्रपति का पद विशेषाधिकारों के साथ आता है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि राष्ट्रपति भवन (President House) में कितने कमरे हैं, उसमें कितने कर्मचारी काम करते हैं.

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राष्ट्रपति भवन में कितने कमरे होते हैं

राष्ट्रपति भवन भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास हैं. राष्ट्रपति भवन में 340 कमरे हैं. इस भवन को ब्रिटिश वायसराय के लिए बनाया गया था. राष्ट्रपति भवन का निर्माण कार्य 1912 में शुरू हुआ था और 1929 में यह बन कर तैयार हुआ था. इसके निर्माण कार्य में करीब 29,000 मजदूर लगाए गए थे. राष्ट्रपति भवन को बनाने के लिए 17 साल का समय लगा था.

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राष्ट्रपति भवन को बनाने में कितना खर्चा आया था 

राष्ट्रपति भवन को हरबर्ट बेकर और एडवर्ड लुटियंस ने डिजाइन किया था. राष्ट्रपति भवन 320 एकड़ में फैला हुआ है. ये भवन 4 मंजिल का है, जिसमे 340 कमरे हैं. राष्ट्रपति भवन को बनाने के कुल 140 लाख रुपये का खर्चा आया था. 29 हजार मजदूर, 70 करोड़ ईंटें, 30 लाख वर्ग फीट पत्थर और स्टील इसमें लगा है.

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राष्ट्रपति भवन में कितने कर्मचारी काम करते हैं

क्या आपने कभी सोचा सोचा है कि देश के राष्ट्रपति भवन में कितने कर्मचारी काम करते हैं. एक आरटीआई याचिका के अनुसार, राष्ट्रपति भवन में 545 लोगों की आवशयकता होती है. इसमें 37 ड्राइवर, 28 रसोइया, 57 सफाईकर्मी और 184 माली शामिल है.

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राष्ट्रपति भवन की इमारत के अलावा मुगल गार्डन और कर्मचारियों का भी आवास है. मुगल गार्डन 15 एकड़ में फैला है. राष्ट्रपति भवन का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र मुगल गार्डन है.