Heeraben Modi: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की मां हीराबेन मोदी का 100 वर्ष (Heeraben Modi Age) की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने अहमदाबाद के अस्पताल में शुक्रवार की सुबह 3:30 बजे अंतिम सांस ली. पीएम मोदी को अपनी मां से अधिक लगाव था और जब कभी वो गुजरात दौरे पर जाते थे तो अपनी मां से अवश्य मिलने की कोशिश करते थे.
पीएम मां हीराबेन मोदी की बातों को अक्सर याद करते हैं. खासकर हीराबेन के स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति आग्रह को पीएम मोदी हमेशा रेखांकित करते रहे हैं. साल 2022 में हीराबेन मोदी जब 100 साल की हो गयी थी. तो उस दिन लिखे ब्लॉग में भी प्रधानमंत्री ने मां के जीवन और उनके सदाचार के बारे में विस्तार से लिखा.
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके अन्य भाई-बहनों को हीराबेन को बचपन से ही साफ-सुथरे तरह से रहने और इसी के अनुरूप आचार-विचार को अपनाने की जो सलाह दी थी. उसे पीएम मोदी ने याद किया था. मां हीराबेन की यही सीख रही होगी, जिसकी वजह से जब नरेंद्र मोदी साल 2014 में प्रधानमंत्री बने. तो उन्होंने पूरे भारत में स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया.
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मां हीराबेन के स्वच्छता के प्रति आग्रह के बारे में पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा था. उन्होंने लिखा, ‘साफ-सफाई को लेकर वो कितनी सतर्क रहती हैं, ये तो मैं आज भी देखता हूं. दिल्ली से मैं जब भी गांधीनगर जाता हूं, उनसे मिलने पहुंचता हूं, तो मुझे अपने हाथ से मिठाई जरूर खिलाती हैं. और जैसे एक मां, किसी छोटे बच्चे को कुछ खिलाकर उसका मुंह पोंछती है, वैसे ही मेरी मां आज भी मुझे कुछ खिलाने के बाद किसी रुमाल से मेरा मुंह जरूर पोंछती हैं. वो अपनी साड़ी में हमेशा एक रुमाल या छोटा तौलिया खोंसकर रखती हैं.’
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साथ ही पीएम मोदी ने मां के सफाई प्रेम का किस्सा को भी याद किया है. उन्होंने लिखा, ‘मां के सफाई प्रेम के तो इतने किस्से हैं कि लिखने में बहुत वक्त बीत जाएगा. मां में एक और खास बात रही है, जो साफ-सफाई के काम करता है, उसे भी मां बहुत मान देती है. मुझे याद है, वडनगर में हमारे घर के पास जो नाली थी, जब उसकी सफाई के लिए कोई आता था, तो मां बिना चाय पिलाए, उसे जाने नहीं देती थीं. बाद में सफाई वाले भी समझ गए थे कि काम के बाद अगर चाय पीनी है, तो वो हमारे घर में ही मिल सकती है.’