Seraj Assembly constituency; हिमाचल प्रदेश की सिराज विधानसभा क्षेत्र सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जय राम ठाकुर, कांग्रेस के चेत राम ठाकुर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) के महेंद्र राणा और आम आदमी पार्टी (AAP) की गीता नंद ठाकुर इस साल विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में हैं.

यह भी पढ़ें: कौन थे श्याम सरन नेगी? देश के पहले वोटर का 106 वर्ष की उम्र में निधन

पिछले 25 वर्षों से बीजेपी का सिराज विधानसभा क्षेत्र सीट पर कब्जा है. पहले इस सीट को चाचियोट के नाम से जाना जाता था. 1998 से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर इस विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं. इसलिए ये सीट बीजेपी के लिए आसान मानी जा रही है. कांग्रेस ने यहां से अपने पुराने नेता चेत राम ठाकुर को मैदान में उतारा है. चेत राम को पिछले विधानसभा चुनाव में जय राम ठाकुर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. सिराज में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है, ये बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

बीजेपी के जय राम ठाकुर ने 2017 विधानसभा चुनाव में सिराज विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी चेत राम ठाकुर को 11,254 मतों के अंतर से हराया था. सिराज हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. सिराज मंडी जिले और मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है. सिराज में 86,000 से अधिक योग्य मतदाता हैं.

यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh BJP candidate list 2022: बीजेपी के 62 प्रत्याशी घोषित, जानें किसे कहां से मिला टिकट

बीजेपी के जय राम ठाकुर ने 2012 में कांग्रेस की तारा ठाकुर को 5,752 वोटों से हराया था. CPI (M) के जगदीश कुमार और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सुंदर लाल भी इस सीट से चुनावी मैदान में थे. 

हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को एक ही दौर में वोट डाले जाएंगे. नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. 

सिराज विधानसभा सीट के बारे में फैक्ट्स

विधानसभा: सिराज, मंडी जिला

मतदान तिथि: 12 नवंबर, 2022

मौजूदा विधायक: जय राम ठाकुर (BJP)

प्रमुख उम्मीदवार 2022: जय राम ठाकुर (BJP) चेत राम ठाकुर (कांग्रेस), गीता नंद ठाकुर (AAP)

2017 में विजयी उम्मीदवार: जय राम ठाकुर (BJP)

रनरअप 2017: चेत राम ठाकुर (INC)

2017 में जीत का अंतर: 11,254

लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: मंडी

यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh Elections 2022: 80 साल से ऊपर के मतदाता घर बैठे डाल सकेंगे वोट, जानें कैसे

पिछले तीन दशकों से अधिक समय से हिमाचल प्रदेश बीजेपी और कांग्रेस के लिए एक स्विंग स्टेट रहा है. यह उन कुछ राज्यों में से एक है जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है. बीजेपी सत्ता बरकरार रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में AAP की एंट्री से दोनों पार्टियों के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है. 

बीजेपी ने पिछली बार हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों में से 44 पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस 21 सीटें जीतने में सफल रही थी. माकपा ने एक सीट जीती थी. राज्य में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 35 सीटों का है.