हिमाचल प्रदेश की धरमपुर विधानसभा क्षेत्र सीट पर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रजत ठाकुर, कांग्रेस ने चंद्र शेखर और आम आदमी पार्टी (AAP) ने राकेश मंडोत्रा को मैदान में उतारा है.
बीजेपी के महेंद्र सिंह ने 2017 में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी चंद्रशेखर को 11,964 मतों के अंतर से हराकर सीट जीती थी. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) के भूपेंद्र सिंह, राष्ट्रीय आज़ाद मंच (RADM) के रमेश कुमार गुलेरिया और निर्दलीय उम्मीदवार डॉ प्रकाश चंद भारद्वाज, दिग्विजय सिंह और सजुराम सकलानी ने भी 2017 विधानसभा चुनाव में इस सीट से जोर आजमाइश की थी.
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धरमपुर हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों में से एक है. धरमपुर मंडी जिले और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. धरमपुर में 86,000 से अधिक मतदाता हैं. हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को एक ही दौर में वोट डाले जाएंगे. नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
बीजेपी के महेंद्र सिंह ने 2012 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चंद्रशेखर को 1,041 वोटों से हराया था. हिमाचल लोकहित पार्टी (HLP) के अभिमन्यु, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITMC) के सुरेंद्र कुमार, हिंदुस्तान निर्माण दल (HND) के साजू राम, बहुजन समाज पार्टी (BSP) के हरि दास प्रजापति और एक निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश कुमार बरवाल ने भी 2012 का चुनाव लड़ा था.
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धरमपुर विधानसभा सीट के बारे में फैक्ट्स
विधानसभा सीट का नाम: धरमपुर, मंडी जिला
मतदान की तारीख: 12 नवंबर, 2022
मौजूदा विधायक: महेंद्र सिंह (बीजेपी)
2017 में विजयी उम्मीदवार: महेंद्र सिंह (बीजेपी)
2017 के रनरअप: चंदर शेखर (INC)
2017 में जीत का अंतर: 11,964
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: हमीरपुर
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पिछले तीन दशकों से अधिक समय से हिमाचल प्रदेश बीजेपी और कांग्रेस के लिए एक स्विंग स्टेट रहा है. यह उन कुछ राज्यों में से एक है जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है. बीजेपी सत्ता बरकरार रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में AAP की एंट्री से दोनों पार्टियों के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है.
बीजेपी ने पिछली बार हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों में से 44 पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस 21 सीटें जीतने में सफल रही थी. माकपा ने एक सीट जीती थी. राज्य में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 35 सीटों का है.