पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है जिससे सोना खरीदने वालों की खुशी और बढ़ गई है. अब तक 11 महीनों में ऐसी गिरावट देखी जा रही है जबकि आगस्त, 2020 में 57,000 के उच्चतम स्तर में हुआ था लेकिन अब इसमें 22 फीसदी गिरावट के साथ 12,400 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया है. ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है कि अभी सोना के भाव और कितना गिरने वाला है या इसमें तेजी देखने को मिल सकती है? इस बारे में अनुभवियों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण में सुधार के कारण ही सोने की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है.
सोने की कीमतों में फिर आएगी गिरावट?
अनुभवियों के मुताबिक, सोने की कीमतों में कमी ज्यादा समय के लिए नहीं हो सकती है. डॉलर में कमजोरी, मौद्रिक विस्तार और बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण सीधा असर सोने पर नजर आ रहा है. एनालिस्ट के मुताबिक, अभी सोने की कीमतों में और कमी आएगी. ऐसा भी माना जा रहा है कि गोल्ड प्राइज 1500 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है, इसके बाद उसमें स्थिरता आ सकती है. इस हिसाब से Indian Currencey के अनुसार, गोल्ड 40,000 से नीचे भी आ सकता है.
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क्यों कम हो रहा है गोल्ड प्राइज?
क्वांटम म्यूचुअल फंड के सीनियर फंड मैनेजर के मुताबिक, अतिरिक्त खर्च की वजह से अर्थव्यवस्था में ज्यादा पैसा फंसने के साथ, मजबूत बाजार मुद्रास्फीति की उम्मीद और डॉलर के डाउनट्रेंड के कारण ही इंटरनेशनल मार्केट में आने वाले हफ्तों में सोने की कीमतों मे Positivity दिख सकती है. दुनियाभर के इनवेस्टर्स अमेरिकी बॉन्ड में भारी निवेश करते रहते हैं. बॉन्ड यील्ड आकर्षक होने पर इनवेस्टर्स इसमें निवेश करेंगे. इस वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोने में निवेश भी घट रहा है, इसी वजह से सोने की कीमतों में कमी आई है. इसके अलावा डॉलर की मजबूती ने भी सोने की कीमतों में कमी लाई है, ऐसा इसलिए क्योंकि दूसरे करेंसी वालों के लिए डॉलर में गोल्ड खरीदना महंगा पड़ता है.
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