151वें गांधी जयंती पर देशवासी अपने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर में जन्में मोहनदास करमचंद गांधी के जन्मदिवस पर हर साल राष्ट्रीय अवकाश होता है. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी का अमूल्य योगदान रहा और वे अहिंसा के पूजारी के रूप में याद किये जाते हैं. उनके द्वारा कहे गए कई वाक्य आज भी लोगों के ज़हन में है और लोग उनसे प्रेरित होकर उन अनमोल विचारों को अपनाते हैं.

महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार

1. पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो.

2. स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में लगा देना होता है.

3. आप तब तक यह नहीं समझ पाते कि आपके लिए कौन महत्वपूर्ण है, जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते.

4. प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली होती है.

5. जब तक गलती करने की स्वतंत्रता न हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है.

6. जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है. वह सबके भीतर होती है.

7. व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है, वह जो सोचता है वैसा ही बन जाता है.

8. काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है.

9. हम जिसकी पूजा करते हैं, उसी के समान हो जाते हैं.

10. श्रद्धा का अर्थ है आत्मविश्वास और आत्मविश्वास का अर्थ है ईश्वर में विश्वास.