चीन के शहर वुहान में कोविड-19 का आपात टीकाकरण शुरू कर दिया गया है, जबकि चीन ने अभी तक अपने किसी भी टीके को प्रमाणित नहीं किया है. कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी का रूप लेने से पहले इसका सबसे पहला मामला वुहान में ही सामने आया था.

वुहान में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र के उप निदेशक ही झेनयू ने पत्रकारों को बताया कि 15 जिलों के 48 समर्पित क्लिनिक में 24 दिसम्बर से टीकाकरण शुरू हुआ. इसमें 18 से 59 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों के निश्चित समूहों का टीकाकरण किया जा रहा है. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने ही के हवाले से कहा कि इन लोगों को चार सप्ताह के अंतराल में टीके की दो खुराक दी जाएगी.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वुहान के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल दिसम्बर में सामने आया था. शहर के 1.1 करोड़ लोगों पर इस साल 23 जनवरी को लॉकडाउन लगाया गया और इसके बाद हुबेई प्रांत में भी लॉकडाउन लगाया गया. दोनों जगह आठ अप्रैल तक लॉकडाउन था. हुबेई में वायरस से 4,512 लोगों की मौत हुई, जिनमें वुहान के 3869 लोग शामिल है. हुबेई में अभी तक वायरस के 68,134 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 50,339 मामले वुहान के हैं.

इस साल मई में, वुहान प्रशासन ने लगभग अपनी पूरी आबादी की कोविड-19 जांच भी की थी. इसके बाद भी यहां कुछ मामले सामने आए हैं.  चीन में सोमवार तक कोविड-19 के कुल 50,339 मामले सामने आ चुके थे. अभी यहां 348 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है. चीन में वायरस से 4,634 लोगों की मौत हुई है.