Indian Railways/IRCTC: भारतीय रेलवे को इंडिया की शान माना जाता है. रेलवे रोजाना लाखों की संख्या में मुसाफिरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का काम करती है. रेलवे में हर तरह के लोग सफर करते हैं चाहे गरीब हो या अमीर. आपकी जानकारी के लिए बता दें भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है. हमारे यहां बहुत सारे रेलवे स्टेशन्स मौजूद है और उनमें से कुछ अपनी विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं. अपने इस लेख में हम उन खास रेलवे स्टेशन्स के बारे में जानकारी देंगे.

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क्या आप जानते हैं सबसे छोटे नाम वाला रेलवे स्टेशन कौन सा है? चलिए आपको बता देते हैं सबसे छोटे नाम वाला स्टेशन ओडिशा में स्थित है. इस स्टेशन का नाम IB है यानी इब. ऐसा कहा जाता है कि भारत में सबसे छोटा नाम इस रेलवे स्टेशन का ही है.

अब आपको बताएंगे कि आखिर वह कौन सा रेलवे स्टेशन है जिसका नाम सबसे बड़ा है. सबसे बड़े नाम वाला रेलवे स्टेशन आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बॉर्डर पर स्थित है. इसका नाम Venkatanarasimharajuvariipeta है. इस रेलवे स्टेशन के नाम में कुल 29 अक्षर मौजूद है और इसने भारत में सबसे बड़े नाम वाला रेलवे स्टेशन के रूप में अपना नाम दर्ज कर रखा है.

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अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है कि भारत में सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफार्म कहां है तो चलिए हम आपको इसकी जानकारी दे देते हैं. सबसे बड़ा प्लेटफार्म गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर मौजूद है. इसकी कुल लंबाई 1366 मीटर है. इस प्लेटफार्म से पहले खड़गपुर का नाम सामने आया करता था.

अब हम बात करेंगे भारत के सबसे छोटे रेलवे स्टेशन के बारे में. इसका नाम है पेनुमुरू रेलवे स्टेशन. यह स्टेशन आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में स्थित है. इस प्लेटफार्म को इंडिया का सबसे छोटा प्लेटफार्म इसलिए माना जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि इस रेलवे स्टेशन पर कोई प्लेटफार्म ही नहीं है.

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गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने विकास निगम (IRSDC) को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है. रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे स्टेशन विकास नगर निगम का गठन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास योजना के लिए किया था. इसके बंद हो जाने के पश्चात अब स्टेशनों के पुनर्विकास योजना का काम जोनल रेलवे संभालेंगे.

आपकी जानकारी के लिए बता दें पिछले कुछ दिनों में यह रेलवे का दूसरा संगठन है जिसको बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है. इससे पहले 7 सितंबर 2021 को भारतीय रेलवे वैकल्पिक ईंधन संगठन (IROAF) को बंद कर दिया गया था.

रेलवे बोर्ड ने यह निर्णय वित्त मंत्रालय की सिफारिश लागू करने की दिशा में उठाया है. वित्त मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि सरकार निकायों को बंद करके या विभिन्न मंत्रालय के तहत आने वाले कई संगठनों का विलय करके उन्हें युक्तिसंगत बनाया जाए. रेलवे बोर्ड द्वारा सोमवार को देर रात जारी आदेश में कहा गया कि आईआरएसडीसी जिन स्टेशनों का प्रबंधन करता है उन्हें संबंधित जोनल रेलवे को सौंपा जाएगा. निगम आगे के विकास के लिए परियोजनाओं संबंधी सभी दस्तावेज को भी जोनल रेलवे को सौंप देगा.

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