देश में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, कई राज्यों में कोरोना निर्देशों के उल्लंघन को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है.

इस बीच हिमाचल प्रदेश में भी मास्क न पहनने वालों के लिए नियम सख्त बना दिए गए हैं. सिरमौर के एसपी का कहना है कि कोई भी व्यक्ति जो मास्क नहीं पहने पाया गया, बिना वारंट के गिरफ्तारी के लिए उत्तरदायी होगा. साथ ही दोषी पाए जाने पर जेल की सजा दी जाएगी, जो 8 दिन तक की हो सकती है या जुर्माना लिया जा सकता है जो 5 हजार रुपये तक बढ़ सकता है.

वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि पर अंकुश पाने के लिये राज्यों को राजनीति से ऊपर उठना होगा और कठोर उपाय करने होंगे क्योंकि हालात बद से बदतर हो गये हैं.

शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि देश में कोविड-19 के प्रबंधन के बारे में नीतियों, दिशा निर्देश और मानक हैं लेकिन प्राधिकारियों द्वारा इन पर अमल के प्रति ढिलाई है और इस मसले से निबटने के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं.

न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा, ‘‘यही समय कठोर कदम उठाने का है अन्यथा केन्द्र सरकार के सारे प्रयास व्यर्थ हो जायेंगे.’’

पीठ ने महामारी की नई लहर के पहले से कहीं ज्यादा ‘भयावह’ होने के बारे में केन्द्र द्वारा न्यायालय को अवगत कराये जाने पर यह टिप्पणी की.