Congress President Election; कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव देश में चर्चा का विषय बना हुआ. 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मतदान कराया जाएगा. 19 अक्टूबर 2022 को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएगें. आइए इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में वोट कौन करेगा.  

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कौन करता है मतदान 

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी के 9 हजार प्रतिनिधि मतदान करेंगे. ये सभी प्रदेश कांग्रेस समितियों (PCC) के सदस्य हैं. इन प्रतिनिधियों को डेलीगेट्स भी कहा जाता है. अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले कैंडिडेट को नामांकन से पहले कम से कम 10 कांग्रेस डेलीगेट्स का समर्थन हासिल करना जरूरी है.

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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव वैसे ही होता है जैसे देश में आम चुनाव होते हैं. चुनाव के लिए पहले सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (CEA) का गठन किया जाता है. इसके सदस्य का फैसला CWC की मदद से किया जाता है. इसके बाद CEA चुनाव की पूरी तैयारी और तारीख तय करता है. जिसमें नामांकन, नामांकन वापसी, स्क्रूटनी, मतदान, नतीजा सभी की तारीख तय होती है. वहीं, चुनाव अधिकारी कैंडिडेट को चुनाव के नियम, एजेंटों की संख्या और उनकी भूमिका, चुनाव लड़ने के लिए फॉर्म भरने का तरीका आदि के बारे में जानकारी देते हैं. जो भी कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहता है वह 10 डेलिगेट्स के सिग्नेचर के साथ अपना नामांकन कर सकता है.

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कांग्रेस अथॉरिटी पूरे देश में चुनाव कराने के लिए हर राज्य में एक प्रदेश रिटर्निंग अफसर और एक से दो एपीआरओ (राज्यों के आकार के मुताबिक असिस्टेंट प्रदेश रिटर्निंग अफसर) बनाती है. अध्यक्ष के चुनाव की शुरुआत सदस्यता अभियान से होती है. जो लगभग एक साल चलता है. इसके पूरा होने बाद बूथ कमिटी और ब्लॉक कमिटी बनती है. इसके बाद जिला कमिटी बनती है. संविधान के मुताबिक इन कमिटियों का गठन भी चुनाव के आधार पर होना चाहिए. ब्लॉक कमिटी -बूथ कमिटी मिलकर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रतिनिधि या पीसीसी डेलिगेट्स चुनते हैं. हर ब्लॉक से एक प्रतिनिधि चुनता है.

पिछले तीन दशक में दो बार हुआ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव पिछले तीन दशक में केवल दो बार हुआ है. पहला 1997 में जब सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट ने नामांकन कराया था. लेकिन सीताराम केसरी की जीत हुई थी. वहीं, साल 2000 में मतदान की नौबत आई थी. जब सोनिया गांधी को कांग्रेस नेता जीतेंद्र प्रसाद ने चुनौती दी थी. हालांकि, सोनिया गांधी भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी.

साल 1947 से अब तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर 75 सालों में 41 साल कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ही रहे. कांग्रेस में नेहरू-गांधी परिवार के कुल 5 अध्यक्ष बने. वहीं, 13 ऐसे अध्यक्ष थे जो नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के थे.

राहुल गांधी को 11 दिसंबर 2017 को सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुना गया था. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पार्टी को जीत दिलाई थी. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा और फिर राहुल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.

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सोनिया गांधी ने साल 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और वह लंबे समय तक इस पद पर बनी रहीं. उनकी अध्यक्षता समाप्त होने के बाद साल 2017 में राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए. लेकिन राहुल के 2019 में इस्तीफा दे देने के बाद से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम कर रही हैं.

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चुनाव से जुड़ी सभी अहम तारीखें 

नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सिंतबर से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है. वहीं, एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर 2022 को मतदान कराया जाएगा. जबकि चुनाव के नतीजे 19 अक्टूबर 2022 को जारी किये जाएंगे.