चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) तीन मई से शुरू होने वाली है. उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand) के प्रमुख सचिव ने इसको लेकर निर्देश जारी किया (Char Dham Yatra Covid guideline) है कि सभी श्रद्धालुओं को आने से पहले राज्य के पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा. इसके अलावा भक्तों के लिए अनिवार्य कोविड टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जांच को अनिवार्य नहीं किया गया है. 

उत्तराखंड चार धाम यात्रा उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के उद्घाटन के साथ शुरू होती है. रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ 6 मई को और चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ 8 मई को खुलेगा.

यह भी पढ़ें: जब Rishi Kapoor को बचपन में मिला National Award, राज कपूर का ऐसा था रिएक्शन

श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ खुलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी केदारनाथ जाने की संभावना है. लेकिन उनके दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है.

यात्रा के लिए इस साल रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है, जो दो साल में पहली बार कोविड प्रतिबंधों के बिना हो रही है. पीटीआई समाचार एजेंसी के अनुसार, उत्तराखंड पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि 3 मई से 31 मई तक, यमुनोत्री के लिए 15,829, गंगोत्री के लिए 16,804, केदारनाथ के लिए 41,107 और बद्रीनाथ के लिए 29,488 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है. 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड का अनोखा गांव, जहां मक्के से सजाया जाता है हर एक घर, कारण रोचक है

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अलग से चार धाम यात्रा के मद्देनजर चल रही पुनर्निर्माण परियोजनाओं और तैयारियों की समीक्षा के लिए केदारनाथ का दौरा किया. उन्होंने सरस्वती आस्था पथ का मौके पर निरीक्षण किया, जो पूरा हो चुका है और मंदाकिनी आस्था पथ को शीघ्र पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने मंदिर के पास पारंपरिक पहाड़ी शैली में बन रहे भवनों की भी जानकारी ली. 

वर्तमान में लगभग 700 श्रमिक मंदिर में किए जा रहे निर्माण परियोजनाओं में लगे हुए हैं.

यह भी पढ़ें: इस अनोखे मंदिर में होती है शिव जी के भुजाओं की पूजा, बेहद खूबसूरत है नजारा