केंद्र सरकार ने 8 यूट्यूब (YouTube) को बैन किया है. जिन 8 यूट्यूब चैनलों को सरकार ने बंद किया है उनके व्यूअरशिप करोड़ों में हैं. सरकार ने इन चैनलों को दुष्प्रचार फैलान के आरोप में बैन किया है. बताया जा रहा है कि, इन आठ यूट्यूब चैनलों में 7 भारतीय चैनल है जबकि एक पाकिस्तानी चैन है.

केंद्र सरकार ने 114 करोड़ व्यूअरशिप वाले 8 यूट्यूब न्यूज चैनलों को गलत सूचना देने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है.

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सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ब्लॉक किये गए चैनलों द्वारा भारत विरोधी फेक कंटेंट का मौद्रीकरण किया जा रहा था. सरकार ने कहा कि चैनल भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में गलत सूचना फैला रहे थे.

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भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने जिन चैनलों को प्रतिबंधित किया है उनमें लोकतंत्र टीवी, यू एंड वी टीवी, एएम रजवी, गौरवशाली पवन मिथिलांचल, सीटॉप 5TH, सरकारी अपडेट, सबकुछ देखो, न्यूज की दुनिया (पाकिस्तानी चैनल) शामिल हैं.

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आपको बता दें, केंद्र सरकार ने जुलाई में 78 यूट्यूब न्यूज चैनल को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। इससे पहले 5 अप्रैल को आईबी मिनिस्ट्री ने 22 यू-ट्यूब चैनल्स को ब्लॉक कर दिया था. जिनमें 4 पाकिस्तान बेस्ड यू-ट्यूब न्यूज चैनल थे. ये सभी नेटवर्क झूठी खबरें फैलाकर भारतीयों को गुमराह करने के मकसद से चलाए जा रहे थे. इनके अलावा 3 ट्विटर अकाउंट, एक फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को भी ब्लॉक किया गया था.

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साल 2021 में भी पाकिस्तान से ऑपरेट किए जा रहे 20 यूट्यूब चैनल और 2 वेबसाइट पर बैन लगाया गया था. ये चैनल इंटरनेट पर कश्मीर, भारतीय सेना, भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति, राम मंदिर और जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश जैसे मुद्दों पर ये यूट्यूब चैनल्स और वेबसाइट फेक न्यूज पोस्ट कर रहे थे.