पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं. साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) का बीजेपी में विलय कर दिया. पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, किरेन रिजिजू, बीजेपी नेता सुनील जाखड़ और बीजेपी पंजाब प्रमुख अश्विनी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए. 

80 वर्षीय अमरिंदर सिंह ने भी अपनी पंजाब लोक कांग्रेस का BJP में विलय कर दिया. पांच दशक तक कांग्रेस का सदस्य रहने के बाद अमरिंदर सिंह ने पिछले साल पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. अमरिंदर सिंह के साथ सात पूर्व विधायक और एक पूर्व सांसद बीजेपी में शामिल हो गए. 

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केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अमरिंदर सिंह ने हमेशा दलगत राजनीति पर राष्ट्रीय हित को रखा है. पंजाब में सीमा सुरक्षा बलों के अधिकार क्षेत्र में विवादास्पद विस्तार के लिए अपने समर्थन का हवाला देते हुए नरेंद्र तोमर ने कहा कि अमरिंदर सिंह का बीजेपी में शामिल होना संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में शांति और सुरक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

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पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी के साथ गठबंधन में पंजाब का चुनाव लड़ा था, लेकिन अपनी छाप छोड़ने में असफल रहे. वह अपने घरेलू मैदान पटियाला अर्बन सीट से भी चुनाव नहीं जीत सके. उनकी पार्टी का कोई उम्मीदवार भी नहीं जीता. 

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अमरिंदर सिंह पंजाब के 15वें मुख्यमंत्री थे. वह पटियाला शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने भारतीय सेना में भी अपनी सेवाएं दी हैं. अमरिंदर सिंह पटियाला से विधानसभा के पूर्व सदस्य रहे हैं. वह पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी थे. उन्होंने इससे पहले 2002 से 2007 तक पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है. उनके पिता पटियाला रियासत के अंतिम महाराजा थे.   

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आपको बता दें, अमरिंदर सिंह जब कांग्रेस से अलग हुए तो उन्होंने किसी से भी हाथ मिलाने से इनकार किया था. लेकिन इसके बाद उन्होंने पार्टी बनाने की घोषणा की और बीजेपी से गठबंधन कर लिया. हालांकि, दोनों का गठबंधन भी पंजाब विधानसभा चुनाव ज्यादा कुछ अच्छा नहीं कर पायी थी. अब अमरिंदर सिंह ने खुद बीजेपी में आने का फैसला कर लिया है.