आज के समय में HIV पॉजिटिव लोगों के लिए नौकरी मिलना काफी मुश्किल होता है. HIV बीमारी का पता चलने के बाद लोगों से किनारा कर लिया जाता है. एचआईवी पॉजिटिव कर्मचारियों द्वारा विशेष रूप से संचालित होने वाला एशिया का पहला कैफे कोलकाता में खुल गया है. इसकी खास बात यह है कि यहां काम करने वाले सभी कर्मचारी HIV पॉजिटिव हैं. यह एशिया का पहला ऐसा कैफे है जिसे एचआईवी पॉजिटिव स्टाफ चला रहा है.

यह भी पढ़ें: आम को भूलकर भी फ्रिज में न रखें, होगा सेहत को नुकसान, जानिए कैसे करें स्टोर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका नाम ‘कैफे पॉजिटिव’ (Cafe Positive) रखा गया है. इसका उद्देश्य HIV पॉजिटिव लोगों के लिए जागरूकता लाना और रोजगार पैदा करना है. स्टाफ में 7 किशोर शामिल हैं, जिनमें से सभी एचआईवी पॉजिटिव हैं. यह कैफे आनंदघर एनजीओ के द्वारा चलाया जाता है. इसकी स्थापना कल्लोल घोष ने की थी. यह एक एनजीओ है जो मानसिक स्वास्थ्य से प्रभावित बच्चों और एचआईवी पॉजिटिव लोगों के लिए काम करता है.

यह भी पढ़ें: Diabetes रोगी इन दो ड्राई फ्रूट्स से रहे दूर, वरना बढ़ जाएगा Blood Sugar

कल्लोल घोष ने कहा है कि फ्रैंकफर्ट में एक कैफे से प्रेरित थे, जो पूरी तरह से HIV पॉजिटिव लोगों द्वारा चलाया जाता है. जिस जगह यह कैफे खुला है. वह जगह सैंडविच और कॉफी के लिए फेमस है. यहां ज्यादातर समय कामकाजी लोग और कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की भीड़ लगी रहती है.

यह भी पढ़ें: आर्थिक परेशानी से मुक्ति दिलाता है नमक, जानें इस्तेमाल करने का तरीका

आपको जानकारी के लिए बता दें कि कल्लोल घोष कि ये योजना भारत में ऐसे 30 कैफे खोलने की है.उन्होंने ट्रेनिंग के लिए 800 लोगों को शॉर्ट लिस्ट किया है. घोष ने बताया है कि जिस समय कैफे की शुरुआत हुई थी. उस समय ऐसी आशंका लग रही थी कि ये काम करेगा नहीं. हालांकि, लोग अब आने लग गए हैं.

यह भी पढ़ें: शरीर में अगर दिख रहे हैं ये 5 लक्षण, तो तुरंत दौड़ जाइए अस्पताल, हो सकते हैं बीमार

जब उनको पता चलता है कि यहां काम करने वाले लोग HIV पॉजिटिव हैं तो कुछ रुकते हैं और कुछ चले जाते हैं. कैफे का मुख्य उद्देश्य न केवल एचआईवी पीड़ित लोगों के बारे में जागरूकता फैलाना है बल्कि लोगों को रोजगार भी प्रदान करना है.

यह भी पढ़ें: गर्मी बढ़ते ही इन 2 बीमारियों का बढ़ रहा जोर, ऐसे पहचानें वार्निंग साइ