उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Elections) में  BJP को चुनौती दे रही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया है कि वोटों की गिनती से ठीक दो दिन पहले वाराणसी में एक मतगणना केंद्र से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) चोरी हुई. सरकार पर ‘चोरी’ का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 2017 में लगभग 50 सीटों पर BJP की जीत का अंतर 5,000 वोटों से कम था. 

यह भी पढ़ें: वोट काउंटिंग से पहले Noida डीएम ने उम्मीदवारों को दिया बड़ा झटका, लगाया बैन

जिलाधिकारी ने दी सफाई

जैसा कि ट्रक में कुछ ईवीएम के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे हैं, वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि ईवीएम वोटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किए गए थे और केवल ट्रेनिंग के लिए उपयोग किए जा रहे थे.

‘कुछ राजनीतिक दलों’ पर ‘अफवाह फैलाने’ का आरोप लगाते हुए जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा कि चुनावों में इस्तेमाल की गई ईवीएम सीआरपीएफ की देख रेख में स्ट्रांग रूम में सील कर दी गई हैं और सीसीटीवी निगरानी में है जिसे सभी राजनीतिक दल के लोग देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि ईवीएम मंडी मतगणना केंद्र के भंडारण क्षेत्र से एक स्थानीय कॉलेज में जा रही थीं. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जिन 20 ईवीएम पर सवाल उठा था, उनकी जांच कोई भी कर सकता है. 

यह भी पढ़ें: अखिलेश यादव के आरोप पर वाराणसी डीएम ने बताई EVM की सच्चाई

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने क्या कहा?

इस मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त का बयान भी सामने आया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, “यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में एक वाहन में कुछ ईवीएम ले जाए जा रहे थे, जिसका वहां मौजूद राजनीतिक प्रतिनिधियों ने विरोध किया. जांच में पता चला है कि इन ईवीएम को प्रशिक्षण के लिए चिह्नित किया गया था.” 

मीडिया के सामने पेश हुए अखिलेश यादव ने हालांकि इस दावे का डटकर विरोध किया. उन्होंने कहा, “अगर कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं थी, तो ईवीएम वाले दो ट्रक कैसे भाग गए? आप उम्मीदवारों की सहमति के बिना कहीं से भी कोई ईवीएम नहीं ले जा सकते.” उन्होंने कहा, “हमें जानकारी मिल रही थी कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव जिलाधिकारियों को फोन करके कह रहे हैं कि ‘जहां भी बीजेपी हार रही है, वहां गिनती धीमी होनी चाहिए.” 

अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, “वाराणसी में EVM पकड़े जाने का समाचार उप्र की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है. मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें. युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने!”

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों की मतगणना 10 मार्च को होगी. सातवें चरण के मतदान के बाद सोमवार शाम को जारी हुए एग्जिट पोल में दोबारा बीजेपी की सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है.  

यह भी पढ़ेंः पंजाब में हरीश रावत को पूरा भरोसा, सरकार बनाने के लिए कही ये बात