नीतीश कुमार ने बिहार की सियासत में हंगामा मचा दिया है. बीजेपी के साथ जेडीयू के गठबंधन को तोड़ने के बाद वह आरजेडी के साथ सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया है. वहीं, नीतीश कुमार ने कहा है कि, ये केवल उनका फैसला नहीं है बल्कि उनकी पार्टी जेडीयू के तमाम विधायक और सांसदों ने मिलकर एनडीए से बाहर आने का फैसला किया है. जिसके बाद हमने एनडीए छोड़ दिया है.

यह भी पढ़ेंः नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, आरजेडी के साथ सरकार बनाने का दावा

जेडीयू के गठबंधन तोड़ने के बाद बीजेपी ने प्रेस कॉफ्रेंस किया. हालांकि, बीजेपी ने ज्यादा कुछ नहीं कहा लेकिन नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाया है. बीजेपी ने कहा कि, नीतीश कुमार ने जनता के मेनडेट को धोखा दिया है. इसके लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जाएगा. हम उन्हें सबक जरूर सिखाएंगे.

बीजेपी से जब सवाल किया गया कि, जब ये धोखा है तो साल 2017 में क्या हुआ था जब जेडीयू आरजेडी से गठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ आए थे. तो बीजेपी की ओर से कहा गया कि, ये नीतीश कुमार ही बताएंगे. जब वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आरजेडी को छोड़ कर आए थे तो फिर अब क्या बदल गया.

यह भी पढ़ेंः बिहार में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा क्या है? जानें ताजा समीकरण

आपको बता दें, जेडीयू की की बैठक में जेडीयू के कई विधायकों, एमएलसी ने बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि उनका वर्तमान गठबंधन 2020 से उन्हें कमजोर कर रहा है. वहीं, चिराग पासवान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा ही एक उदाहरण थे. यह भी कहा कि, अगर वे अभी सतर्क नहीं हुए तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा.