लगभग दो साल से कोरोना संक्रमण और इसके नए रूप एक के बाद आते ही जा रहे हैं. अब इसका एक नया रूप देखने को मिल रहा है वैरिएंट ओमिक्रॉन, जिसके मरीज विश्व के कई देशों में पाए गए हैं. अब तो भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी इसके 2 मरीज होने की पुष्टि की है. इस वायरस को लेकर जहां एक तरफ वैक्सिनेशन हो रहा है वहीं दूसरी तरफ नए रूप से लोगों में डर बना हुआ है.
इसी डर को दूर करने के लिए अब सरकार के साथ ब्रिटिश वैज्ञानिक भी इसको लेकर चेतावनी दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार संक्रमण मामूली होगा. उनका कहना है कि ये वायरस बस श्वसन तंत्र में जाकर वायरस की संख्या में वृद्धि करेगा और वातावरण में फैलने की कोशिश भी कर सकता है.
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कितना खतरनाक है नया वेरियंट?
WHO के मुताबिक, इस वेरिएंट में मनुष्य पर हमला करने की शक्ति ज्यादा है. यह व्यक्ति के प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित कर सकता है. WHO ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा है कि ये पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है. साथ ही आसमान टीकों के वितरण को लेकर भी WHO ने चिंता जताई है, उनका कहना है की अब तक विश्व के बहुत कम लोगों की टेस्टिंग हो पाई है, और बहुत कम लोगों को टीका लग पाया है इसलिए इसका खतरा और बढ़ जाता है.
इस वेरिएंट को पहले अफ्रीका में पाया गया, जिसके बाद WHO ने इसे चिंता का विषय बताया है. इस खतरे से बचने के लिए भारत सरकार ने नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसके चलते यात्री रिस्क वाले देशों से भारत आएंगे उनका कोविड टेस्ट किया जाएगा और पॉज़िटिव पाए जाने पर उन्हें आइसोलेट कर उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा.
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