शरीर के अलग-अलग हिस्सों में कई बार मस्से (Warts) उभर आते हैं. मस्से एक तरह की उभरी हुई त्वचा होती है जो काले या कत्थई रंग का होता है. इसके होने का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) होता है. मस्से आपकी शारीरिक सुंदरता तो बिगाड़ते ही हैं, साथ ही यह कैंसर (Cancer) जैसी खतरनाक बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं. अपने शरीर पर बनने वाले इन मस्सों को नजरअंदाज बिल्कुल ना करें. इनके कलर, शेप और साइज को ट्रैक करते रहें.

यह भी पढ़े: नाखूनों के रंग बदलने पर पता चलती बीमारी, भूलकर भी ना करें नजरअंदाज

क्या होते हैं कैंसरयुक्त मस्से?

कैंसरयुक्त मस्सों को मेलेनोमा (Melanoma) या एक प्रकार के स्किन कैंसर के रूप में जाना जाता है जो स्किन के पिगमेंट प्रोड्यूसिंग सेल्स में विकसित होते है जो कि मेलानोसाइट्स कहलाते है. हालांकि, सभी तरह के स्किन कैंसर के मामलों में मेलेनोमा के मामले सिर्फ एक फीसदी ही हैं लेकिन यह सबसे खतरनाक तरह का स्किन कैंसर होता है. 

यह भी पढ़े: चेहरे और गर्दन के मस्सों से हैं परेशान, इन उपायों से जल्द मिल जाएगी निजात

मेलोनोमा से बचाव कैसे करें?

1.समय पर पता चलने से मेलोनोमा का इलाज किया जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप इसे नजरअंदाज कतई ना करें.

2. समय-समय पर अपनी त्वचा को चेक करते रहें.

3. यूवी रेडिएशन के बहुत अधिक संपर्क में आने से इस तरह के कैंसर के होने की संभावना बढ़ती है. ऐसे में इससे बचने के लिए धूप के संपर्क में आना कम करें.

4. घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें.

यह भी पढ़े: हड्डियों में हो रहा है कमजोरी का एहसास, तो आज से ही इन चीजों का रखें ध्यान

मेलेनोमा के संकेत और लक्षण

1. त्वचा में किसी भी तरह का कोई बदलाव, जैसे स्किन पर कोई नया मस्सा निकलना या पहले से मौजूद मस्से के रंग, और आकार में बदलाव.

2. पहले से मौजूद किसी मस्से में दर्द होना. मस्से में खुलजी होना और खून निकलना.

यह भी पढ़े: कैंसर और दिल की बीमारियों से बचाते हैं फ्लेक्स सीड्स, जानें अन्य फायदे

3.स्किन में मौजूद किसी मस्से का चमकीला हो जाना और वैक्सी नजर आना.

4. त्वचा पर लाल चकत्ते बनना जो रफ और ड्राई हो. पैर या हाथ के नाखून में काली या डार्क कलर की लाइन बनना.