हिंदू धर्म में तुलसी (Tulsi) के पौधे को पूजनीय माना जाता है. आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है. तुलसी कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने में बहुत सहायक है. तुलसी के बीज, पत्ते दोनों ही इस्तेमाल में लिए जाते हैं. बता दें कि तुलसी की पत्तियों को गुणों का भंडार कहा जाता है. अगर आप तुलसी के पत्तों से बने काढ़े का सेवन करेंगे तो उससे इम्यूनिटी (Immunity) मजबूत हो जाएगी. तुलसी के अंदर विटामिन-सी (Vitamin C), एंटी ऑक्सीडेंट्स, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटीफंगल, कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल गुण पाए जाते हैं. ये सब हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. चलिए आपको तुलसी के पत्ते से मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं.

यह भी पढ़ें: रोज पी रहे हैं हल्दी वाला दूध, तो इन 5 बड़ी समस्याओं की भी लें जानकारी

तुलसी की पत्ती से मिलने वाले फायदे-

1. इम्यूनिटी को बनाएं मजबूत

इम्यूनिटी (Immunity) को मजबूत बनाने के लिए आप तुलसी के पत्तों को अपना सकते हैं. इससे आप चाय या काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. इसके अंदर मौजूद विटामिन-सी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का काम करेंगे. अगर आपकी इम्यूनिटी मजबूत रहेगी तो आप बीमारियों से भी बचे रहेंगे.

2. स्किन को संक्रमण से बचाने में कारगर

तुलसी की पत्तियों के अंदर एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा को कई तरह के संक्रमण से बचाने में सहायक है.

यह भी पढ़ें: Humidity बढ़ने से हो सकते हैं डिहाइड्रेशन का शिकार, ऐसे करें बचाव

3. तनाव को करें दूर

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग तनाव में रहते हैं. अगर आप तनाव से बचना चाहते हैं तो तुलसी से बने ड्रिंक का सेवन जरूर करें.

4. मुंह के छालों से दिलाए छुटकारा

हमारे देश में कई लोगों को अक्सर छालों की समस्या चपेट में ले लेती है. अगर आपके भी मुंह में छाले हो गए हैं तो आप तुलसी का सेवन कर सकते हैं. इसके अंदर मौजूद गुण छालों और दांतों के दर्द को दूर करने में मददगार हैं.

यह भी पढ़ें: चाय पीने से बढ़ता है वजन! सच्चाई जानकर रह जाएंगे हैरान

5. यूरिक एसिड की समस्या को करें दूर

तुलसी शरीर को डिटॉक्सिफाई कर यूरिक एसिड (Uric Acid) के स्तर को कम करने का काम करती है. बढ़े हुए यूरिक एसिड से व्यक्ति को किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती है.

(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)