विश्वभर में कोरोनावायरस के बीच फैल रही मंकीपॉक्स (Monkeypox )की बिमारी आम लोगो के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं. ये वायरस संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलता है. इस वायरस के मामले विश्वभर के देशों में देखने को मिल रहे हैं. राहत की खबर ये है कि भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है. लेकिन इसके बावजूद भी सरकार ने इस वायरस को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इसी बीच एक प्रमुख भारतीय कंपनी ने मंकीपॉक्स वायरस की जांच के लिए नई RT-PCR किट लॉन्च की है.

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रियल टाइम देगी वायरस की रिपोर्ट

जी न्यूज के लेख के अनुसार, शुक्रवार को दवा उपकरण बनाने वाली कंपनी ने घोषणा की है कि उसने मंकीपॉक्स (Monkeypox) की रियल टाइम रिपोर्ट देने वाली RT-PCR किट तैयार कर ली है. इस किट के प्रयोग से पता चल जाएगा कि मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण हैं या नहीं.

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चार रंग में बनाई गई है किट

रिपोर्ट के मुताबिक ट्रिविट्रॉन हेल्थकेयर (Trivitron Healthcare) के रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम ने मंकीपॉक्स के लक्षण की जांच के लिए यह RT-PCR किट बनाई है. बता दें कि ये किट 4 रंग में बनाई गई है और हर रंग में एक खास तरह का फ्लेवर प्रयोग किया गया है. कंपनी के मुताबिक, सिंगल ट्यूब में स्वैब टेस्ट के माध्यम से यह टेस्ट होगा. इससे स्मालपॉक्स यानी चेचक और मंकीपॉक्स के बारे में भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा. इस पूरे प्रॉसेस में केवल 1 घंटे का समय लगेगा.इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने जिस रैपिड एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी दी है उसके जरिये लोग घर में ही नाक के जरिए जांच का सैंपल ले सकेंगे.

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भारत में अभी तक कोई केस नहीं

इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Medical Council of Medical Research) ने बताया कि भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन इस वायरस से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सभी राज्यों को मंकीपॉक्स की बीमारी के लक्षण साझा करके अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.

29 देशों में मिल चुके हैं मरीज

आपको जानकारी के लिए बता दें कि इटली,जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी अमेरिका समेत विश्व के करीब 29 देशों में मंकीपॉक्स के मरीज मिल चुके हैं. अब तक इस मंकीपॉक्स बीमारी से किसी मरीज के मरने का मामला सामने नहीं आया है.

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