Symptoms Of Hypoglycemia: स्वस्थ शरीर (Healthy Body) बनाए रखने के लिए शरीर में सभी चीजों को नियंत्रित होना अति आवश्यक होता है. इसी प्रकार हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) का सामान्य रहना बहुत जरूरी होता है. ब्लड शुगर का बढ़ना और घटना दोनों ही शरीर के लिए हानिकारक होता है.शरीर में ब्लड शुगर का बढ़ना (High blood sugar level) डायबिटीज का कारण बनता है तो ब्लड शुगर के घटने (Low blood sugar level) से मस्तिष्क से लेकर दिल की धडकनें तक प्रभावित होती हैं. इसलिए सभी के शरीर में ब्लड शुगर का सामान्य रहना बहुत जरूरी होता है. ब्लड शुगर की बढ़ने को हाइपरग्लाइसीमिया (Hyperglycemia) और घटने को हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) कहा जाता है. आइए जानते हैं कि हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति में क्या करें और क्या हैं इसके लक्षण.
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क्या होता है हाइपोग्लाइसीमिया
जब व्यक्ति के शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है तो उस स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि व्यक्ति के शरीर में 70 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर की मात्रा से कम शुगर लेवल को हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं.
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण
1. अधिक पसीना आना
ब्लड शुगर कम होने पर शरीर उच्च स्तर पर एड्रेनालाईन हार्मोन का उत्पादन करने लगता है. जिससे अधिक पसीना आता है और चक्कर आने लगते हैं. ऐसा होने पर तुरंत ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए और कम होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
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2. दिल की धड़कन में अनियमितता
जब शरीर का ब्लड शुगर लेवल कम होता है तो दिल की धड़कन में अनियमितता देखी जाती है. जिसकी वजह से व्यक्ति को बेचैनी और घबराहट महसूस होती है. यदि देर तक ये समस्या बनी रहती है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. कुछ लोगों को तो हाइपोग्लाइसीमिया के कारण दौरे भी पड़ने लगते हैं. इसलिए ऐसा होने पर तुरंत अस्पताल जाना चाहिए.
3. धुंधला से दिखाई देना
जब शरीर का ब्लड शुगर कम होने लगता है तो उस समय व्यक्ति की नजर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. उसे धुंधला से दिखाई देने लगता है.
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4. अन्य लक्षण
हाइपोग्लाइसीमिया के और भी लक्षण होते हैं जैसे-
– सिरदर्द होना
-बिस्तर से उठने में दिक्कत होना
-होंठ, जीभ या गाल में झुनझुनी या सुन्नता महसूस होना
हाइपोग्लाइसीमिया में क्या करना चाहिए
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत शुगर लेवल को चेक करवाना चाहिए. यदि शरीर का शुगर लेवल 70 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर की मात्रा से कम है तो रोगी को तुरंत 15-20 ग्राम फास्ट-एक्टिंग कार्बोहाइड्रेट दें. वरना आप ग्लूकोज की गोलियां या जेली, फलों का रस, शहद या मिश्री भी दे सकते हैं जो शुगर लेवल को बढ़ाता है. ध्यान रहे कि इन प्रारंभिक उपचारों के बाद जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाएं.
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गौरतलब है कि हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या से बचे रहने के लिए डायबिटीज रोगियों को नियमित रूप से शुगर के स्तर की जांच करके लेवल की रीडिंग करते रहना चाहिए.
(नोटः ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह जरूर लें.)