मॉनसून (Monsoon) में खाने-पीने का ठीक से ध्यान नहीं रखने पर कई तरह के इंफेक्शन और बीमारियां होने का खतरा होता है. चारों तरफ हरियाली और नमी होने से कीटाणु पनपने लगते है जो कि हमारे खाने के साथ मिलकर हमें बीमार कर सकते है. बारिश में ज़रा सी लापरवाही बड़ी परेशानी की वजह बन सकती है. ऐसे में विशेषज्ञों द्वारा मॉनसून में दही (Curd) और दूध (Milk) का सेवन करने से बचने की सलाह दी जाती है. गर्मी में राहत देने वाली दही मॉनसून में आपके लिए आफत बन सकती है. आइये जानते है क्यों बरसात के मौसम में डेयरी प्रोडक्टस खाने से बचना चाहिए.

यह भी पढ़े: बरसात के मौसम में ‘जामुन’ की होती है बहार, इसके सेवन से होते हैं कई फायदे

1. डाइजेशन की समस्या 

बरसात के मौसम में अक्सर लोगों को पाचन संबंधी दिक्कतें (Digestive Diseases) होती है. ऐसे में ज्यादा फैटी मिल्क का सेवन करना पाचन तंत्र (Digestive System) को नुकसान पहुंचाता है. इसके अलावा पेद दर्द, गैस, दस्त और उल्टी जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है. इसलिए मानसून में डेयरी उत्पादों से थोड़ा परहेज करना जरूरी हो जाता है.

यह भी पढ़े: पान का पत्ता करेगा यूरिक एसिड को कंट्रोल, जानें सेवन करने का तरीका

2. सर्दी-जुकाम का खतरा

गर्मियों के मौसम में हमें ज्यादा से ज्यादा दही खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होने से यह शरीर में ठंडक पहुंचाता है और पाचन से जुड़ी कोई परेशानियां दूर करता है, लेकिन बरसात में मौसम वैसे ही ठंडा हो जाता है और अगर ऐसे में ठंडी चीजें ज्यादा खाई जाए तो सर्दी-जुकाम का खतरा पैदा हो सकता है.

यह भी पढ़े: इन 3 आसान तरीकों से करें असली और नकली पनीर की पहचान

यह भी पढ़े: शरीर में इन 2 Vitamins की कमी है तो वजन घटाना होगा मुश्किल! जानें डिटेल्स

3. कीटाणुओं का खतरा

मानसून में डेयरी प्रोडक्ट्स में बैक्टीरिया (Bacteria) की संख्या बढ़ जाती है. बरसात के मौसम में चारों तरफ हरियाली बढ़ जाती है और हरी भरी घास के साथ कीड़े-मकोड़े भी पनपते लगते हैं. गाय, भैंस और बकरी जैसे दूध देने वाले जानवर इन्हें चारे के तौर पर खा लेते हैं. अब कीटाणु घास फूस के जरिए दूध देने वाले जानवरों के पेट में पहुंच जाते हैं, तब हमारे द्वारा इनका सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है.